अयोध्या। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉयज एसोसिएशन का 78 वा स्थापना दिवस अयोध्या के बैंक कर्मियों ने केक काट कर मनाया। सभा की अध्यक्षता यूपी बैंक एम्पलाइज यूनियन के चेयरमैन एवम् यू एफ बी यू अयोध्या के संयोजक सुभाष चन्द्र श्रीवास्तव, संचालन यू पी बैंक एम्पलाइज यूनियन के मंत्री के के रस्तोगी ने किया। मुख्य अतिथि सेन्ट्रल बैंक अधिकारी संगठन के क्षेत्रीय मंत्री प्रवीण कुमार सिंह थे।
सभा के आरंभ में अयोध्या एवम् यू पी के बैंकिंग उद्योग के मजदूर आंदोलन के एस सी श्रीवास्तव पूर्व सहायक महामंत्री यू पी बी ई यू (यू पी)को २ मिनट का मोन धारण कर विनम्र श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद मुख्य अतिथि, चेयरमैन, मंत्री, सहायक मंत्री नीरज आदि ने एआईबीईए की केक काट कर सभा का शुभारम्भ किया। सभा को सम्बोधित करते हुए सुभाष चन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि देश की आज़ादी के पूर्व बैंक कर्मियों के हितों की रक्षा करने हेतु कलकत्ता में २० और २१ अप्रैल १९४६ मे बैंक कर्मियों का एक विराट सम्मेलन हुआ जिसमें ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉयज एसोसिएशन की स्थापना की गई। इस सम्मेलन में १३ पदाधिकारी और २२ कार्यकारिणी सदस्य चुने गए। इसमें के सी नियोगी अध्यक्ष और रमेश चंद्र चक्रवर्ती महामंत्री हुए। इस सम्मेलन में बैंक कर्मियों के वेतन स्केल, काम के घंटो, नौकरी की सुरक्षा, ग्रेच्युटी, बोनस आदि की मांग उठी और बैंक कर्मियों के हितार्थ संघर्ष आरंभ किया परिणाम स्वरूप मार्च १९४७ मे तत्कालीन सरकार ने बी बी सिंह अवार्ड के माध्यम से बैंको में पे स्केल ,काम के घण्टे और छुट्टियां आदि लागू किया।इस संगठन के संघर्ष के कारण सेन अवार्ड, शास्त्री अवॉर्ड, देशाई अवॉर्ड, लेबर ट्रिब्यूनल अवार्ड और द्विपक्षीय समझौता के माध्यम से दिन प्रति दिन बैंकिंग उद्योग की सेवा शर्तों में सुधार होता गया जिसके कारण आज बैंक कर्मी सम्मानजनक जीवन यापन कर रहे हैं। के के रस्तोगी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि १९६३ में कामरेड प्रभात कार महामंत्री हुए वे लॉयड बैंक के निष्कासित कर्मचारी, जुझारू बैंक कर्मी नेता थे। बैंक से निष्कासन के बाद १९५७ और १९६२ में हुबली से संसद सदस्य चुने गए। संसद में रहकर प्रभात कार सदैव बैंक कर्मियों के हितों के लिए संघर्ष करते रहे। १९६६ में बैंको में द्विपक्षीय वेतन समझौता लागू हुआ,१९६९ में बैंको का राष्ट्रीय करण हुआ। १९८० में तारकेश्वर चक्रवर्ती राष्ट्रीय महामंत्री हुए छः बैंको का राष्ट्रीय करण हुआ, बैंको मे पेंशन योजना लागू हुई, बैंको का आधुनिककरण हुआ कम्प्यूटर लगे, सरकार की आर्थिक नीतियों को जन जन तक बैंको के माध्यम से पहुंचाया गया। समय समय पर सरकार की गलत नीतियों का एईबीईए संगठन ने विरोध किया। २००३ में सीएच वेंकटचलम राष्ट्रीय महामंत्री हुए। सरकार की आर्थिक नीतियों और बैंको के निजीकरण की नीतियों का जोरदार विरोध किया।संयुक्त मंत्री नीरज तिवारी ने बताया कि हमारे सम्मानित संगठन ने समय समय पर देश में किसी भी आपदा के समय पर तन मन धन से सदैव खड़ा होकर पूरा सहयोग किया। सभा को प्रवीण कुमार सिंह,राम गोपाल सिंह, आर पी यादव, दिनेश तिवारी,मयंक गुप्ता,देवेंद्र आदि ने संबोधित किया।