◆ आने वाले वर्षों में अवध विवि उच्च शैक्षिक संस्थानों के मुकाबले खड़ा होगाः कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल
अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेम वर्क में उच्च शैक्षिक संस्थानों के मुकाबले खड़ा होने के लिए एनआईआरएफ रैंकिंग के मापदण्डों के अनुरूप डेटा अपलोड किया। जिसमें टीचिंग, लर्निंग, रिसर्च, आउटरीच, परीक्षा परिणाम, समावेशिता संसाधन जैसे मापदण्डों को पूरा करते हुए एनआईआरएफ पार्टल पर अपलोड किया गया। इसके आधार पर एनआईआरएफ द्वारा संस्थान को स्कोर दिया जायेगा। इन सभी मापदण्डों को विभागों से प्राप्त कर डेटा बेस को इंटरनल क्वालिटी ऐश्योरेंस सेल द्वारा अंतिम रूप दिया गया।
नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेम वर्क जो भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की रैंकिंग प्रणाली है। इसके जरिए देश के विश्वविद्यालयों एवं कालेजों को रैंक दी जाती है। यह रैंकिंग प्रणाली भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015 में शुरू की गई थी। यह हर साल जारी होने वाली एनआईआरएफ रैंकिंग विभिन्न मापदण्डों के आधार पर भारत में उच्च शिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन और रैंकिंग करती है। इसमें शिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन शिक्षण, शोध, परीक्षा परिणाम सहित कई मापदण्डों के आधार पर किया जाता है।
कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने कहा कि एनआईआरएफ-2025 रैंकिंग के लिए सभी मापदण्डों की गहन समीक्षा करते हुए गुरूवार को सबमिट किया जा चुका है। उम्मीद है कि विश्वविद्यालय को उच्च शिक्षण संस्थानों के अनुरूप रैंकिंग मिले। इससे विश्वविद्यालय के शैक्षिक स्तर को ऊॅचा उठाने में मदद मिलेगी। विवि के मीडिया प्रभारी डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि आईक्यूएसी समन्वयक प्रो. पी.के. द्विवेदी व उनकी टीम ने एनआईआरएफ रैंकिंग के निर्धारित मापदण्डों को पूरा करते हुए पोर्टल पर अपलोड कर दिया है।