अयोध्या। पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर शुक्रवार को डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में महिला सशक्तिकरण सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि भारतीय इतिहास में सुशासन की शुरुआत सबसे पहले अहिल्याबाई होल्कर ने की। उन्होंने विधवाओं को समूह बनाकर रोजगार से जोड़ने, किसानों को मुआवजा देने जैसी व्यवस्थाओं को लागू किया, जो आज के शासन तंत्र की भी नींव बनीं। उन्होंने कहा कि हम अकसर आक्रांताओं का इतिहास पढ़ते हैं, लेकिन हमें महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, अहिल्याबाई होल्कर और झांसी की रानी जैसे भारतीय नायकों का इतिहास जानना चाहिए। उन्होंने भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या को श्रद्धा से नमन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर निर्माण का सपना साकार हो रहा है। राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार ने कहा कि अहिल्याबाई ने जीवन में अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए न्याय और संस्कृति की रक्षा की। उन्होंने उनके द्वारा काशी, केदारनाथ, अयोध्या समेत देशभर में सैकड़ों मंदिरों के पुनर्निर्माण को ऐतिहासिक बताया। महापौर गिरीशपति त्रिपाठी ने कहा कि मुगल शासन में भग्नावशेष हो चुकी भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करने का कार्य अहिल्याबाई ने किया, जिसे अब प्रधानमंत्री मोदी जन-जन तक पहुँचा रहे हैं।
इस अवसर पर अहिल्याबाई के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गई। स्वच्छता, कूड़ा प्रबंधन व स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को सम्मानित किया गया और कई महिलाओं को प्रधानमंत्री आवास योजना व पीएम किसान सम्मान निधि के प्रमाणपत्र वितरित किए गए।
इसके पूर्व भाजपा के महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया। पूर्व सांसद लल्लू सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, क्षेत्रीय मंत्री विजय प्रताप सिंह, कार्यक्रम की प्रांतीय सहसंयोजक एवं भाजपा महिला मोर्चा की मंत्री डॉ. ममता पांडेय, नगर निगम के उपसभापति राजेश गौड़ मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त गुरुप्रसाद पांडेय ने किया।