अयोध्या। हाईकोर्ट लखनऊ के अधिवक्ता कृपाशंकर शुक्ल ने मिल्कीपुर तहसील के पूर्व तहसीलदार व एक लेखपाल की चल व अचल संपत्ति की जांच कराए जाने की मांग किया है। उन्होंने मिल्कीपुर तहसील में तैनात रहे तहसीलदार प्रदीप कुमार सिंह व राजस्व गांव अकमा में तैनात लेखपाल ज्ञान प्रकाश द्विवेदी की चल-अचल संपत्ति की जांच कराए जाने के लिए अध्यक्ष राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ से शिकायत किया है। अधिवक्ता तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा अकमा के निवासी है।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी को 26 जुलाई को अवैध कब्जा व अतिक्रमण हटाए जाने के संबंध में प्रार्थना पत्र पंजीकृत डाक द्वारा दिया था। अधिवक्ता का आरोप है कि महीनों से ज्यादा का समय बीत चुका है। परंतु जिलाधिकारी के द्वारा प्रेषित उसके प्रार्थना पत्र पर तहसीलदार मिल्कीपुर प्रदीप कुमार सिंह एवं लेखपाल ज्ञान प्रकाश द्विवेदी के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। शिकायतकर्ता को किसी भी प्रकार की जांच एवं कार्यवाही के बारे में अवगत नहीं कराया गया। अधिवक्ता का कहना है कि अवैध कब्जा के संबंध में कार्यवाही के संबंध में तहसीलदार प्रदीप कुमार सिंह से फोन पर कई बार निवेदन किया गया। अधिवक्ता ने प्रकरण में दोनो राजस्व कर्मचारियों पर विपक्षियों से धनराशि लेने का आरोप लगाया है। इस तरह की शिकायतें अन्य ग्राम सभाओं में करने की बात उन्होंने अपने आरोपों में कही है। अधिवक्ता की मांग है कि कर्मचारी और अधिकारी के संपत्ति की जांच विजिलेंस टीम द्वारा कराई जाय। पूरे प्रकरण की जांच अपर जिलाधिकारी करे।