अयोध्या। सेवा बहाली की मनोकामना के साथ हजारों की संख्या में तर्थक शिक्षकों ने राम लला का दर्शन किया। प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर ,जौनपुर आजमगढ़, रायबरेली, प्रयागराज, बस्ती ,बहराइच बलरामपुर, बाराबंकी ,गोंडा लखनऊ अयोध्या अमेठी बलिया समेत 27 जनपदों के हजारों की संख्या में तदर्थ शिक्षकों ने शुक्रवार को रामलला के दरबार पहुंचे।
रामलला के दरबार में सीएम योगी आदित्यनाथ को संबोधित अपना प्रत्यावेदन मंदिर के मुख्य पुजारी को दिया। तदर्थ संघर्ष समिति के संरक्षक रमेश प्रताप सिंह ,शिक्षक नेता रविंद्र सिंह और प्रभात कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में साकेत महाविद्यालय अयोध्या के प्रांगण में प्रदेश के सभी तदर्थ शिक्षक इकट्ठा होकर पैदल यात्रा करके प्रभु श्री राम के दरबार में अपनी सेवा बहाली की अर्जी लगाई।
संरक्षक रमेश प्रताप सिंह ने बताया कि सदन में सीएम ने आश्वासन दिया था कि प्रदेश के तदर्थ शिक्षकों को बहुत ही जल्द सरकार राहत देगी। लेकिन धनतेरस के दिन 9 नवंबर 2023 को शासन द्वारा एक शासनादेश जारी करते हुए 17 महीने का अवशेष वेतन देते हुए वर्ष 1993 से लेकर अद्यतन राजकोष से वेतन प्राप्त कर रहे लगभग 5 हजार तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर असंवेदनशील निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि सभी तदर्थ शिक्षकों का विश्वास है कि प्रभु श्री राम हमारी अर्जी स्वीकार करते हुए हम सभी तदर्थ शिक्षकों की सेवाए बहाल करवाएंगे। याचना के क्रम में प्रदेश के तदर्थ शिक्षक गोरखनाथ धाम अपनी सेवा बहाली की मनोकामना लेकर जाएंगें।