आलापुर, अंबेडकर नगर। तुर्की और अजरबैजान द्वारा भारत विरोधी रुख अपनाए जाने के विरोध में हिंदू सुरक्षा सेवा संघ के पदाधिकारियों ने सोमवार को जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। संगठन ने मांग की कि भारत सरकार तत्काल प्रभाव से तुर्की और अजरबैजान के साथ व्यापारिक एवं अन्य संविदाएं समाप्त करे, जिससे 140 करोड़ देशवासियों की देशभक्ति की भावना को सम्मान मिल सके।
यह ज्ञापन हिंदू सुरक्षा सेवा संघ के जिला अध्यक्ष शशि कुमार वर्मा के नेतृत्व में सौंपा गया। इस अवसर पर अधिवक्ता प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष दुर्गेश कुमार तिवारी, जिला कोषाध्यक्ष बृजेश तिवारी, जिला मंत्री मनीष श्रीवास्तव, अधिवक्ता विमल कुमार प्रजापति, त्रिलोक कुमार, विधानसभा अध्यक्ष जगपाल वर्मा, अभिषेक सिंह, जिला मीडिया प्रभारी कृष्ण कुमार तिवारी, जिला महामंत्री राधेश्याम पांडे, आशुतोष वर्मा सहित दर्जनों पदाधिकारी मौजूद रहे।
ज्ञापन में कहा गया कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में भारतीयों की शहादत के बाद भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत प्रतिशोध की कार्रवाई शुरू की थी। इस अभियान में पूरा देश एकजुट होकर भारत सरकार और सेना के साथ खड़ा रहा। दुनिया के कई देशों ने भारत के आतंकवाद विरोधी अभियान में समर्थन दिया, लेकिन तुर्की और अजरबैजान ने पाकिस्तान का साथ देकर भारत के खिलाफ रुख अपनाया।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि दोनों देशों ने आतंकवाद पोषित करने वाले पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति कर भारत की संप्रभुता और सुरक्षा पर सीधा हमला किया। जबकि भारत ने विगत वर्षों में तुर्की और अजरबैजान को आपदा के समय हरसंभव मदद पहुंचाई थी। इस विश्वासघात से देशवासियों की भावनाएं आहत हुई हैं।
हिंदू सुरक्षा सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास ने भी केंद्र सरकार से तुर्की और अजरबैजान से सभी प्रकार के व्यापारिक और कूटनीतिक संबंध समाप्त करने की अपील की है। संगठन ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि भारत की अस्मिता और सम्मान की रक्षा हेतु ठोस कदम उठाए जाएं।