अयोध्या। यम द्वितीया पर अयोध्या के यमथरा घाट पर श्रद्धालुओं द्वारा सरयू स्नान के उपरांत यमराज का पूजन किया गया। यमथरा घाट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटना प्रारम्भहो गई। मान्यता के अनुसार दीपावली के तीसरे दिन यमथरा घाट पर यमराज के पूजन करने से मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है। इसी दिन गणेश लक्ष्मी के विग्रहां को सरयू नदी में विर्सजित करने की भी परम्परा है।
महंत अवध किशोर शरण ने बताया कि कथाओं के अनुसार अयोध्या नगरी से यमराज ने यहां रहने के लिए स्थान मांगा। जिस पर अयोध्या नगरी ने यमराज को यह स्थान दिया था। तब से यह घाट यमथरा घाट के रूप में जाना जाता है। उन्होंने बताया कि मान्यता है कि यहां यमद्वितीया को सरयू स्नान, पूजन आदि करने से नरक के भय से मुक्ति मिलती है। इस दिन स्नान करने से व्यक्ति सभी पापों से मुक्त हो जाता है।
यमथरा घाट पर सुबह से स्नान पूजन के लिए भारी संख्या में श्रद्वालुओं जुटना प्रराम्भ हो गए थे। इस दौरान घाट पर मेला लगा था। जहां लोगों ने खाने-पीने के सामानों के साथ ही जमकर खरीदारी भी की।