जलालपुर,अम्बेडकरनगर। भाजपा जिलामंत्री द्वारा तहसील प्रशासन को भूमाफिया बताये जाने से सरकार और प्रशासन की काफ़ी किरकिरी हो रही है, जिस पर विपक्षियों द्वारा सरकार और प्रशासन पर निशाना साधा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि भाजपा जिलामंत्री चन्द्रिका प्रसाद द्वारा विगत दिनों पूर्व प्रेसवार्ता में उपजिलाधिकारी, तहसीलदार व स्थानीय लेखपाल को भूमाफिया बताते हुए कहा गया कि ये तीनों मिलकर भूमाफिया रैकेट चलवा रहें हैं,जिसमें नगर क्षेत्र की कृषि भूमि को गैर -कृषि भूमि में बदल कर उन्हें भूमाफिया द्वारा ऊँचे दामों में बेच दिया जाता है, जिससे सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी विचार को पलीता लग रहा है और साथ ही दलितों व मजलूमों के हक़ को भी मारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि तहसील प्रशासन की कार्यशैली केंद्र व प्रदेश सरकारों के भ्रष्टाचार विरोधी विचारधारा का बिलकुल भी प्रतिनिधित्व नहीं करती और यह सरकार के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास अभियान को मुँह चिढ़ा रही है और सरकार से आशा है कि वह भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ते हुए उचित कारवाई करेगी।
इस मुद्दे पर प्रशासन का पक्ष रखते हुए उपजिलाधिकारी जलालपुर हरिशंकर लाल ने बताया कि यह सिर्फ प्रशासन को बदनाम करने की कवायद है, जिसमें कोई सत्यता नहीं है।समय आने पर उचित जबाब दिया जायेगा।
इस मुद्दे पर काग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सुनील मिश्रा ने कहा कि सत्तापक्ष के लोग प्रशासन से गलत कार्य करवाना चाहते होगे गलत कार्य न होने पर ऐसा आरोप लगा रहे है। फिलहाल इस सरकार मे भ्रष्टाचार और तानाशाही चरम पर है किसी कोआवाज नही उठाने देते है चाहे लोकसभा हो या विधानसभा सभा जो आवाज उठाते है उनके पीछे ईडी लगा दी जाती है। सरकार के लोग निरंकुश हो गये है जो जबरिया थाने व तहसील मे कार्य करवाना चाहते है।
सपा नेता राम प्रताप यादव ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग और अधिकारी मिलकर मलाई काट रहे हैं जब एक दूसरे को मलाई खाने को नहीं मिलता है तो वह एक दूसरे का विरोध करने पर उतारू हो जाते हैं आज इस सरकार में शासन और सत्ता के लोग भ्रष्टाचार में पूर्णतया लिप्त हैं और चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है।