अयोध्या। मिल्कीपुर तहसील के अमानीगंज रोड पर स्थित उधेला झील को ईको टूरिज्म केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। लंबे समय तक अतिक्रमण और जल संकट से जूझ चुकी यह झील अब पर्यटन के नक्शे पर अपनी पहचान बनाने की ओर अग्रसर है। झील के विकास के लिए 3.81 करोड़ रुपये की लागत से कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल द्वारा कार्य किया जा रहा है।
परियोजना के तहत झील के किनारे कैफेटेरिया, टॉयलेट ब्लॉक और बम्बू कॉटेज जैसे पर्यटक अनुकूल निर्माण किए जा रहे हैं। इन सुविधाओं का उद्देश्य पर्यटकों को एक आरामदायक और प्रकृति के करीब अनुभव देना है। इसके अलावा वॉच टावर, घाट की सीढ़ियों पर पत्थर लगाने और सौंदर्यीकरण का कार्य भी प्रगति पर है।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी राजेन्द्र यादव ने बताया कि यह स्थान परिवारों, प्रकृति प्रेमियों और साहसिक पर्यटकों के लिए उपयुक्त गंतव्य बन सकता है। बम्बू कॉटेज जैसे पर्यावरण अनुकूल निर्माण स्थानीय कारीगरों और व्यवसायों को भी जोड़ने का अवसर देंगे।
परियोजना की शुरुआत 30 जुलाई 2024 को हुई थी और इसे 31 दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। झील के पुनरुद्धार से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर सृजित हो सकते हैं।