◆ पुरानी पेंशन, वेतन समानता और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी आवाज, दिया ज्ञापन
अयोध्या। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ अयोध्या एवं देवीपाटन मंडल की ओर से सोमवार को शिक्षा भवन परिसर में एक दिवसीय मंडलीय धरना का आयोजन किया गया। इस धरने की अध्यक्षता मंडलीय अध्यक्ष रामानुज तिवारी ने की, संचालन मंडलीय मंत्री शिव भूषण उपाध्याय ने किया। धरने में शिक्षकों की विभिन्न लंबित समस्याओं को लेकर आवाज उठाई गई। जिनमें सेवानिवृत्त शिक्षकों की समस्याएं, नोशन वेतन वृद्धि, एनपीएस, पदोन्नति, पुरानी पेंशन बहाली, निःशुल्क चिकित्सा सुविधा, वित्तविहीन शिक्षकों के लिए समान वेतन, तथा शिक्षकों का विनियमितीकरण जैसी प्रमुख मांगें शामिल रहीं।
धरने को संबोधित करते हुए मंडलीय अध्यक्ष रामानुज तिवारी ने कहा कि, “अब शिक्षकों को न केवल सेवा काल में बल्कि रिटायरमेंट के बाद भी अपनी पेंशन और जीपीएफ के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। कई बार बिना घूस दिए काम नहीं होता, जो अत्यंत निंदनीय है।” जिलाध्यक्ष राकेश पांडेय ने शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यदि अधिकारियों ने अपना रवैया नहीं बदला तो संघ आर–पार की लड़ाई लड़ने को मजबूर होगा।
संघ के मंत्री आलोक तिवारी ने कहा कि अब जिले का शिक्षक भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो “भ्रष्ट अधिकारियों को जेल की हवा खानी पड़ेगी।” उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद अयोध्या के जिला अध्यक्ष संजीव चतुर्वेदी ने माध्यमिक शिक्षक संघ की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि सभी मुद्दे जायज़ हैं और प्रधानाचार्य परिषद भी आंदोलन में पूरी भागीदारी निभाएगी।
धरने के अंत में एक ज्ञापन संयुक्त शिक्षा निदेशक को सौंपा गया, जिसका प्रभार देख रहे सहायक जिला विद्यालय निरीक्षक अवनीश पांडेय ने शिक्षकों की समस्याओं के शीघ्र निस्तारण का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर सुल्तानपुर जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद मिश्रा, जिला मंत्री अरुण सिंह, बहराइच जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, अंबेडकर नगर जिलाध्यक्ष मनोज वर्मा, प्रधानाचार्य अशोक तिवारी, कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार तिवारी, महानगर अध्यक्ष अनूप पांडे, महानगर मंत्री सब प्रकाश, संदीप ओझा, महेंद्र पाल, उपेंद्र त्रिपाठी, कमलेनद त्रिपाठी, ब्रह्मानंद पांडे, धर्मेंद्र मिश्रा, अतुल मिश्रा, राजेश पांडे, शशिकांत त्रिपाठी, गुड्डू सिंह, संतोष पाठक, राकेश वर्मा, अनिल खरे, अभिषेक श्रीवास्तव, सत्य प्रकाश पांडे, आशुतोष पांडे, बी.एन. दास, डॉ. रंजीत वर्मा सहित बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।