अयोध्या। समाजवादी पार्टी द्वारा जारी एक पोस्टर में बाबा साहब के चित्र के आधे चेहरे को काटकर अखिलेश यादव का चेहरा लगाया गया है। जिसके विरोध में भारतीय जनता पार्टी जिला व महानगर के पदाधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों ने कलेक्ट्रट में धरना दिया। विरोध मार्च के दौरान भाजपाईयों ने जमकर नारेबाजी की।
धरने को सम्बोधित करते हुए पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव बाबा साहब की आधी तस्वीर काटकर उसमें अपनी तस्वीर लगाकर शायद दलित समाज को यह बताना चाहते हैं कि वे बाबा साहब के बराबर हैं। लेकिन बाबा साहब के अपमान को जनता कभी माफ नहीं करेगी।“
विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि “यह समाजवादी पार्टी की ओछी राजनीति है। बाबा साहब के सम्मान से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अखिलेश यादव को इस पर सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।
विधायक रामचन्दर यादव ने कहा कि “समाजवादी पार्टी का यह कृत्य निंदनीय ही नहीं, बल्कि दलित समाज के आत्मसम्मान पर हमला है। भाजपा बाबा साहब के आदर्शों की रक्षक है और ऐसे हर अपमान का डटकर विरोध करेगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह ने कहा कि महापुरुषों की छवियों से छेड़छाड़ कर समाजवादी पार्टी यह साबित कर रही है कि उन्हें ना इतिहास का सम्मान है और ना ही संविधान की गरिमा का।
महापौर गिरीशपति त्रिपाठी ने कहा कि बाबा साहब का अपमान पूरे देश का अपमान है। इस तरह के पोस्टर लगाकर समाजवादी पार्टी दलित समाज को गुमराह करना चाहती है, लेकिन जनता अब इनके चेहरे पहचान चुकी है।
धरने का नेतृत्व महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव व जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने किया। धरने में कार्यक्रम संयोजक शैलेन्द्र कोरी, अवधेश पाण्डेय बादल, ओम प्रकाश सिंह, अभिषेक मिश्र, कमला शंकर पाण्डेय, कृष्ण कुमार पाण्डेय खुन्नू, धर्मेंद्र प्रताप सिंह टिल्लू, राधेश्याम त्यागी, सुनील तिवारी शास्त्री, कैलाश चौधरी काशीराम रावत, संजय निषाद, इंद्रभान सिंह, राघवेन्द्र पाण्डेय, अशोक कसौधन, राकेश मणि त्रिपाठी, अरविंद सिंह, राजेश सिंह, रवि सोनकर, हेमंत जायसवाल, बब्लू मिश्र सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।