बीकापुर, अयोध्या। न्यायालय के आदेश पर हैदरगंज पुलिस द्वारा एक नामजद और दो अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का केस दर्ज किया गया है। हैदरगंज थाना क्षेत्र के कोरो राघवपुर निवासी कुसुमलता पत्नी राम सूरत पुत्री दयाराम की तहरीर पर बीकापुर कोतवाली क्षेत्र के मितौली निवासी आदित्य नारायण तथा दो अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज हुई है।
पीड़िता कुसुम लता द्वारा बताया गया कि उनके पिता कलकत्ता एयरपोर्ट पर गार्ड की नौकरी करते थे। उनके पिता द्वारा अपनी कमाई व पेंशन भारतीय स्टेट बैंक आफ इण्डिया शाखा कूरेभार सुल्तानपुर में जमा किया जाता रहा है। विपक्षी आदित्य नारायण उनका रिश्तेदार है जो एल्केमिस्ट काउन्सिक इण्डिया लि का एजेन्ट था। लोगों से पैसा जमा करवा करके मकान आदि दिलवाने का कार्य भी करता था। उनके घर भी बराबर आया जाया करता था। जो टाउनसिप इन्डिया कंपनी लि मे 6 वर्ष व 3 वर्ष में धन दूना करने का झासा देकर उनके पिता को मकान दिलवाने का झासा दिया और उनके पिता के नाम जो बीमा बाण्ड दिलाया। 3 वर्ष में रूपये की समयावधि पूरा होने के बाद जब उन्होंने पिता के नाम जमा किये गये कुल सात लाख रूपये निकलवाने का आग्रह किया तो विपक्षी टालमटोल करता रहा। इसी दौरान उनके वृद्ध पिता की तबियत काफी खराब हो गयी तो उन्होंन भारतीय स्टेट बैंक आप इण्डिया शाखा कूरेभार मे पहुंच कर पिता के खाते के बारे में जानकारी किया। पिता द्वारा जमा की गई धनराशि का स्टेटमेंट निकलवाने पर पता चला कि आरोपी आदित्य नरायण द्वारा चार लाख दस हजार रूपया चेक के माध्यम से व खाता से अपने बैंक खाते में ट्रान्सफर करवा लिया गया है। मामले की जानकारी होने के बाद वह और उनके पिता अचंभित हो गए। आरोपी द्वारा कहा गया कि ग्यारह लाख दस हजार रूपया धीरे-धीरे करके उन्हें वापस कर दिया जाएगा। आरोपी द्वारा उनके पिता के नाम चालीस हजार रूपये का चेक दिया गया लेकिन चेक बाउंस हो गया। शिकायत करने पर आरोपी और आरोपी के साथ मौजूद दो अज्ञात आरोपियों द्वारा उनके साथ गाली गलौज और धमकी दी गई। आरोपी द्वारा झांसा देकर 11 लाख 10 हजार रुपए हड़प लिया गया है। मामले की शिकायत स्थानीय हैदरगंज थाने और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देकर की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। उसके बाद न्यायालय की शरण लेना पड़ा। हैदरगंज थाना अध्यक्ष विवेक राय ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज करके विवेचना की जा रही है।