बीकापुर,अयोध्या । विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के संयुक्त तत्वाधान में संगठन के कर्यकर्ताओं, साधु संतों ने पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में शनिवार को कस्बा बीकापुर में विरोध मार्च निकला गया। पश्चिम बंगाल सरकार और आतंकवाद के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई। तहसील पहुंचकर उप जिलाधिकारी बीकापुर विकासधर दुबे के माध्यम से राष्ट्रपति को सात सूत्रीय मांग पत्र दिया गया। अभिलंब पीड़ित हिंदुओं को संरक्षण देने की मांग की है। महंत परमात्मा दास ने कहा कि बंगाल की ममता सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए जो कानून व्यवस्था के लिए खतरा बन गई है। विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के नेताओं ने आरोप लगाया है कि वक्फ कानून के विरोध की आड़ में जिस तरह से पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के घर जलाए गए तथा उन्हें अपनी मातृभूमि छोड़कर भागने को मजबूर होना पड़ रहा है। वह अत्यंत निंदनीय है। हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के मसले पर स्थानीय ममता सरकार द्वारा दंगाई रोहिंग्याओं को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए मांग पत्र में हिंदुओं के त्योहारों के दौरान उन्हें सुरक्षा प्रदान करने बंगाल में अभिलंब राष्ट्रपति शासन लगाए जाने, लगाई जानी बंगाल की हिंसा की जांच एनआईए द्वारा कराई जाने तथा बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की मांग की गई है।
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष उदय भान उपाध्याय, मंत्री विश्वलाल जी शर्मा, भानु प्रताप उपाध्याय, जितेंद्र सिंह, मानस तिवारी, प्रधान राम जियावन, भारत हनुमान मिलन मंदिर भारत कुंड के महंत परमात्मा दास, रामेंद्र ,अरुण तिवारी, शशि पाठक ,अंकित, अशोक मोदनवाल, अंकुर, नितेश ,संदीप विश्वकर्मा ,प्रभाकर सिंह सहित अनेक साधु ,संत, कथा वाचक, तथा संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीओ पीयूष पाल, कोतवाल लालचंद सरोज पुलिस टीम के साथ मुस्तैद रहे।