◆ प्रदेश महामंत्री अनुप गुप्ता बोलेः यह राष्ट्रहित का मुद्दा, विकास में लाएगा तेजी
अयोध्या। ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की अवधारणा को जन-जन तक पहुंचाने और इसके प्रति समर्थन जुटाने के उद्देश्य से भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को सर्किट हाउस सभागार में प्रबुद्ध वर्ग समागम का आयोजन किया। कार्यक्रम में शहर के प्रबुद्धजनों के साथ बड़ी संख्या में व्यापारी, अधिवक्ता, शिक्षक, चिकित्सक व बुद्धिजीवी वर्ग के लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश महामंत्री अनुप गुप्ता ने कहा कि पहले देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हुआ करते थे, लेकिन बाद में कांग्रेस की नीतियों ने इस प्रणाली को खंडित कर दिया। उन्होंने कहा, यह केवल भाजपा का मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्रहित में उठाया गया आवश्यक और दूरदर्शी कदम है।
उन्होंने कहा कि अलग-अलग समय पर चुनाव होने से शासन पर भारी राजस्व भार पड़ता है और बार-बार लगने वाली आचार संहिता के कारण विकास कार्य बाधित होते हैं। “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरे देश में एक साथ चुनाव कराना आवश्यक है,“।
पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने कहा, एक साथ चुनाव होने से संसाधनों की बचत होगी और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया और अधिक सशक्त बनेगी। यह बदलाव भारत को मजबूती देने वाला साबित होगा। विधायक रामचंद्र यादव ने कहा, चुनावों की बार-बार की प्रक्रिया केवल धन और समय की बर्बादी नहीं है, बल्कि इससे विकास की गति भी रुकती है। एक राष्ट्र, एक चुनाव से यह अड़चन दूर होगी। जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह ने कहा कि इस व्यवस्था से न केवल प्रशासनिक दक्षता बढ़ेगी, बल्कि जनता को भी एक स्पष्ट नीति और नेतृत्व मिलेगा। महापौर गिरीशपति त्रिपाठी ने कहा, अयोध्या जैसे तीव्र विकासशील शहर में आचार संहिता बार-बार लगने से कई योजनाएं ठप हो जाती हैं। एक साथ चुनाव होने से ऐसे अड़चनों से मुक्ति मिलेगी।
कार्यक्रम में मौजूद प्रबुद्धजनों ने इस संवादात्मक प्रयास की सराहना की और इसे राष्ट्रहित में एक सार्थक कदम बताया। समाज का जागरूक वर्ग ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ को व्यवहारिक और दूरदर्शी सोच मानता है।
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव, डॉ. चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, शक्ति सिंह, अवेधश पाण्डेय बादल, अभिषेक मिश्र, ओम प्रकाश सिंह, कमला शंकर पाण्डेय, धर्मेन्द्र प्रताप सिंह टिल्लू, अशोक कसौधन, राधेश्याम त्यागी, राघवेन्द्र पाण्डेय, शैलेन्द्र कोरी, तिलकराम मौर्या, परमानंद मिश्र, अमल गुप्ता, शिक्षक संघ अध्यक्ष वीरेंद्र बहादुर सिंह, प्रतिमा शुक्ला, लक्ष्मी सिंह, अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।