◆ सदर तहसील के पास बन रहा है संयुक्त कार्यालय, 119.90 करोड़ रुपए से बन रही है बिल्डिंग
◆ अक्टूबर तक निर्माण कार्य पूरा कर लेने का दावा, भवन में दिखेगी मंदिर व मुगल की स्थापत्य शैली
अयोध्या। अयोध्या विकास प्राधिकरण और नगर निगम का संयुक्त बहुमंजिला निर्माणाधीन कार्यालय का कार्य जोर शोर से चल रहा है। पांच मंजिला इमारत में वो तमाम सुविधाएं मौजूद रहेंगी, जो बड़े-बड़े महानगरों में स्थित भवनों में होती है। अब तक 60 फीसदी निर्माण पूरा हो चुका है। पूरा होने वाले निर्माण कार्य में प्रथम, द्वितीय, तृतीय तल का कार्य शामिल है। वैग्माइन एंटरप्राइजेज के प्रोजेक्ट मैनेजर मेहराम शर्मा ने बताया कि अक्टूबर तक निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा।
संभावना जताई जा रही है कि इस वर्ष यह भवन बनकर तैयार हो जाएगा। काफी दिनों से नगर निगम का नया कार्यालय बनवाये जाने को लेकर कवायद चल रही थी। प्रदेश सरकार ने अयोध्यावासियों की सहूलियत को देखते हुए नगर निगम और विकास प्राधिकरण का कार्य एक जगह बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। सदर तहसील के पास जीजीआईसी के सामने निर्माण कार्यों के लिए जमीन उपलब्ध कराई गई थी। 119.90 करोड़ की लागत से बन रहे इस भवन की उपलब्ध जमीन के 37 फीसदी हिस्से पर निर्माण होगा और कार्यालय को सीसीटीवी, लैन नेटवर्क, ईपी बॉक्स सिस्टम, वातानुकूलन, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, ग्रीनरी आदि से आच्छादित किया जाएगा। भवन निर्माण में अयोध्या के प्रमुख मठ-मंदिरों सीता रसोई, राम मंदिर, दशरथ महल के साथ मुगल स्थापत्य शैली का समावेश देखने को मिलेगा।
प्रस्तावित कार्यालय भवन में नगर निगम का राजस्व/कर विभाग, जन्म/मृत्यु विभाग, एपीडी व रोकड़ विभाग, स्वास्थ्य, सिविल, लेखा, वित्त, एनफोर्समेन्ट, संपत्ति विभाग, आडिट, जलकल, विद्युत्, किराया, लाइसेंस एवं पर्यावरण, जीव-जंतु एवं कानून विभग, अधिस्ठान एवं समिति विभाग तथा सदन हाल का निर्माण कराया जाएगा। जबकि अयोध्या विकास प्राधिकरण के कार्यालय में नियोजन विभाग, संपत्ति विभाग, भूमि विभाग, इंजीनियरिंग विभाग, वित्त विभाग और प्रशासनिक विभाग का कार्यालय बनना है।
मुख्य ग्राउंड $5 गार्ड रूम, सी.सी. रोड बाउण्ड्री, प्रवेश द्वार, यू. जी. टैंक 150 कि.ली. फ़ायर फाइटिंग सिस्टम, यूपीएस, एलएएन सिस्टम आदि विकसित होगा। नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया कि हमारी कोशिश है कि इस वर्ष तक इसे कम्पलीट कर लें। एडीए के उपाध्यक्ष अश्विनी पांडेय ने बताया कि इस भवन के निर्माण के बाद लोगों को काफी सहुलियत मिल जाएगी।