पूरा बाजार, अयोध्या । उत्तर प्रदेश शासन ने वर्ष 2025-26 के बजट में सूबे के आशा वर्कर का मानदेय दो हजार रुपये से बढ़ा कर तीन हजार रुपये करने के योजना की घोषणा से संबंधित आशाएं बहुत ज्यादा खुश नहीं दिखी l
माया पाण्डेय जिलाध्यक्ष आशा वर्कर
अयोध्या आशा वर्कर की जिलाध्यक्ष माया पाण्डेय ने कहा कि हमारी आशा कार्यकर्ताओ को इस आर्थिक दौर में 3 हजार रुपये ना काफी है | घर-परिवार से बाहर निकल कर सुदूर ग्रामींण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्र तक गाँव – गरीब की महिलाओं के उत्तम स्वास्थ्य, गर्भावस्था के दौरान पूरी देख भाल करना , प्रसव की तैयारी , सम्पूरक आहार , सुरक्षित प्रसव का महत्व , स्तनपान , टीकाकरण , सीमित और सुखी परिवार की अवधारणा , बांझपन , गर्भपात , स्वास्थ्य प्रति रक्षा , गर्भ निरोधक उपाय आदि संबंध में स्री – पुरुष दोनों को प्रेरित करना व परामर्श देना आदि सेवाओं के लिए घण्टों – घण्टों काम करती रहती हैं , बदले में इन्हें मानदेय के नाम पर नाममात्र का पारिश्रमिक देर कर स्वास्थ्य विभाग अपना पल्ला झाड़ लेता है |
ग्राम पंचायत राजेपुर में वार्ता करते हुए माया पाण्डेय ने प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ एवं उप मुख्य मंत्री बृजेश पाठक से मांग की है कि 2027 चुनाव से पूर्व हम आशा कार्य – कर्ताओं का मानदेय के स्थान पर वेतन बढ़ा कर 24000 प्रतिमाह किया जाए तथा हम आशाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिला देती है तो इसका सकारात्मक असर गांवों में ही नहीं चुनाव में साफ साफ दिखेगा |
माया पाण्डेय के साथ सभी ग्यारहों ब्लाक की आशा वर्कर संघ की अध्यक्षों मधु सिंह , कुशुम लता पाण्डेय , मंजू सिंह , गायत्री पाल , निह्ना सिंह , ऊषा देवी , सीनू उपाध्याय , कंचन लता दूबे , मालती तिवारी , मीना तथा मन्जू आदि आशाओं ने एक स्वर में कहा कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार 2027 चुनावों से पूर्व हमारा वेतन बढ़ा कर हमें सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्रदान कर देता है तो हम आशा कार्यकर्ताओं और संगनियों के अब तक की संयुक्त सराहनीय सेवाओं का सच्चा सम्मान होगा |