जलालपुर अम्बेडकर नगर। बीती रात जैतपुर पुलिस और गोतस्करों के बीच हुई मुड़भेड़ के दौरान पुलिस ने एक अंतर्जनपदीय गौ तस्कर को गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त किया है। इस दौरान गौतस्कर के पैर में गोली लगी है। जिसको घायल अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भियांव में भर्ती कराया गया जब कि तीन अन्य तस्कर अंधेरे का लाभ उठा कर फरार हो गए। गिरफ्तार गौ तस्कर के पास से एक अदद तमंचा,दो अदद खोखा कारतूस,एक चाकू व बोलेरो पिकअप मैक्स भी बरामद हुआ। पुलिस पकड़ में आये गौ तस्कर ने सप्ताह भर पूर्व जैतपुर के पक्खनपुर गोशाला से मजदूर को बंधक बना कर दो बार में दो दो गोवंश को पिकअप पर लाद कर फरार होने की घटना को स्वीकार किया।
जैतपुर थानाध्यक्ष वंदना अग्रहरि ने बताया कि शनिवार रात मुखबिर से सूचना मिली कि पक्खनपुर स्थित गोशाला में पुनः कुछ व्यक्ति पिकअप से आने वाले हैं। सूचना के बाद सक्रिय हुई पुलिस टीम रामगढ होते हुए लखमीपुर के रास्ते पक्खनपुर गोशाला पहुंचने वाली थी कि इसी बीच गोशाला से निकल कर एक पिकअप चैनपुर की तरफ जा रही थी।शंका होने पर पुलिस ने रोका पिकअप और तेज भागने लगी। पुलिस ने घेराव किया तो पिकअप में बैठे बदमाश भागने लगे अंधेरे का फायदा उठा कर तीन बदमाश भाग निकले।जब कि एक बदमाश ब्रह्मबाबा मंदिर की तरफ भागने लगा। जिस का पीछा पुलिस ने किया तो वह पुलिस वालों को गाली देते हुए, जान लेवा हमला किया, जिससे कांस्टेबल बृजलाल बाल बाल बच गया।बचाव में पुलिस टीम ने जवाबी कार्रवाई की तो।मुड़भेड़ में पुलिस की गोली से बदमाश मो.दिलशाद निवासी मेहयापार जनपद आजमगढ़ के पैर में गोली लगी जिसको तत्काल प्राथमिक उपचार हेतु सीएचसी भियांव भेजा गया। गिरफ्तार गौ तस्कर के पास से घटना में प्रयुक्त एक अदद तमंचा,दो खोखा और वाहन बरामद हुआ। जब कि अन्य बदमाश परवेज,तबरेज निवासीगण शाहपुर सरैया अहिरौला आजमगढ़ व दानिश पुत्र मुनमुन निवासी मेहयापार अहिरौला आजमगढ़ अंधेरे का फायदा उठा कर फरार हो गये।
नाम बदल बदल कर अपराध करता था दिलशाद
पुलिस मुड़भेड़ में पुलिस गिरफ्त में आया मुख्य अभियुक्त दिलशाद अलग अलग नाम बदल कर अपराध करता था। दिलशाद उर्फ करिया उर्फ कोट्टा पुत्र मोहम्मद के विरूद्ध जनपद आजमगढ के विभिन्न थानों,जिले के राजेसुल्तानपुर व जैतपुर थाना में कई आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। गिरफ्तार करनें वाली टीम में थानाध्यक्ष वंदना अग्रहरि के अलावा उपनिरीक्षक दिनेश चंद्र मिश्र,संदीप विश्ववकर्मा, अमित कुमार वर्मा,कृष्ण चन्द्र शुक्ला समेत आधादर्जन कांस्टेबल शामिल रहे।