@ लालमणि पाण्डेय
अम्बेडकर नगर। अकबरपुर तहसील में तैनात लेखपाल अश्वनी उपाध्याय पर जमीन बंधन मुक्त करने के लिए रुपए लेने का आरोप लगा है। पीड़ित का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें वह लेखपाल द्वारा रुपए लेने की बात बता रहा है। चर्चा है कि उक्त लेखपाल की तमाम शिकायतों के बावजूद तहसील प्रशासन की कृपा लेखपाल बनी हुई है।
लेखपाल अश्वनी उपाध्याय पर तहसील प्रशासन की खूब कृपा बरस रही है। गांवों में तैनाती के बजाय उन्हें तहसील में कम्प्यूटर आपरेटर का काम करने में ज्यादा आनंद आता है। कारण यह की दाखिल खारिज, अधिकारियों के आदेशों को कंप्यूटर पर ऑनलाइन दर्ज करने सहित कंप्यूटर से जुड़े अन्य सभी कार्यों का जिम्मा तहसील प्रशासन ने इन्हें ही दे रखा है। इनकी मनमानी के चलते अक्सर तहसील में हंगामे की भी स्थिति उत्पन्न होती रहती है इसके बावजूद उच्चाधिकारी न तो उन पर कोई कार्यवाही कर रहे हैं और न ही उसके कार्य क्षेत्र में बदलाव। इसका खामियाजा आए दिन आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। भगवानपट्टी निवासी राम प्रसाद काफी दिनों से तहसील का चक्कर काट रहे हैं, उनकी खतौनी को बंधक मुक्त करने का आदेश हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद उसे कंप्यूटर पर अपलोड नहीं किया जा रहा है। आरोप है कि इसके लिए 250 रुपए भी ले लिए गए हैं इसके बावजूद भी मनमानी जारी है। इसी तरह तहसील में प्रतिदिन लोग अश्वनी उपाध्याय के मनमानेपूर्ण रवैया के चलते भटकते नजर आते हैं, लेकिन तहसील प्रशासन की मेहरबानी के चलते उस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। इस विषय में जब उपजिलाधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।