मिल्कीपुर, अयोध्या। बीते शनिवार को ग्राम पंचायत सचिव और प्रधान पति के बीच मनरेगा का भुगतान कराने को लेकर विवाद हो गया। जिसकी लिखित शिकायत ग्राम पंचायत अधिकारी ने इनायत नगर थाना कोतवाली में शनिवार को प्रधान पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए दिया।
सोमवार को ग्राम पंचायत ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति के अध्यक्ष के साथ कई सचिव ने जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह से मिलकर लिखित रूप से अवगत कराते हुए प्रधान पति और अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाने की मांग किया। मिल्कीपुर में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी सूरज सिंह ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि शनिवार को विकास खण्ड मिल्कीपुर के सभागार में बैठक के उपरांत विकास खण्ड परिसर में अपने सरकारी कार्यालय व आवास कक्ष में वह शासकीय कार्य निपटा रहा था, दोपहर 4ः25 बजे थोड़ी देर के लिए कक्ष से बाहर निकाला। उनका शिकायती पत्र में आरोप है कि अचानक ग्राम पंचायत पलिया मुताल के कुचेरा के प्रधान पति विजय सिंह पुत्र अरुण सिंह अपने साथी प्रेम पुत्र अज्ञात व तीन-चार साथियों के साथ आए व एक चक मार्ग निर्माण कार्य का बिना कार्य कराये ही फर्जी भुगतान करने के लिए दबाव बनाने लगे।
यह भी आरोप लगाया कि फर्जी भुगतान करने से मना पर विजय सिंह ने अपशब्द कहा व मारपीट किया। इसके साथ सरकारी अभिलेखों को फाड़ दिया। मामले में इनायत नगर थाना कोतवाली में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने हेतु तहरीर दी गई परंतु अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि मामले को लेकर ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारी संगठन ने जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी को ज्ञापन देकर मांग किया गया है कि अगर अभ्रदता करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो जिला संगठन 28 नवम्बर से विकास भवन परिसर में धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा। ज्ञापन देने में ग्राम विकास अधिकारी संगठन के जिला अध्यक्ष अनिल दुबे, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिला अध्यक्ष नसीम खान व संगठन के अन्य कार्यकारी सदस्य पंकज मिश्रा, सूरज सिंह, राम नारायण यादव, वैभव पांडे, नीरज सिंह, सौरभ सिंह, राहुल पांडे सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
ग्राम विकास अधिकारी जिला संगठन के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार दुबे ने बताया कि डीएम से मिलकर ग्राम पंचायत अधिकारी सूरज सिंह के प्रकरण को अवगत कराया गया हैं, जिलाधिकारी ने जांच कराकर जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया हैं।