अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने विश्वविद्यालय को नैक ग्रेडिंग में ए प्लस प्लस दिलाने के लिए एनुअल क्वालिटी एशोरेंस रिपोर्ट की समीक्षा किया। शनिवार को अपराह्न कौटिल्य प्रशासनिक भवन के सभागार में कुलपति ने अन्य शैक्षिक संस्थानों के मुकाबले विवि को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद की ग्रेडिंग ए प्लस प्लस के बनाये गये। सात मापदण्डों को लेकर समस्त संयोजकों के पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन को परखा। जिनमें सभी मापदण्डों के एक एक प्रश्न का उत्तर संयोजकों व उनकी टीम द्वारा प्रजेंटेंशन के माध्यम से दिया गया।
कुलपति प्रो. गोयल ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा 2026 में नैक ग्रेडिंग ए प्लस प्लस के लिए एनुअल क्वालिटी एशोरेंस रिपोर्ट सबमिट करने की तैयारियां की जा रही है। जिसमें नैक के सात मापदण्डों के संयोजकों की तैयारियों को प्रत्येक दिन पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से देखा जा रहा है। कमियों को दूर करने का यथा आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया गया है। इसके उपरांत अंतिम एनुअल क्वालिटी एशोरेंस रिपोर्ट की समीक्षा की जायेगी। कुलपति ने बताया कि सभी शिक्षण संस्थानों में नैक मूल्यांकन अनिवार्य कर दिया गया है। इनकी शर्तो के मुताबिक सात मापदण्ड बनाये गये है जिनमें पाठ्यक्रम, अध्यापन-अध्ययन एवं मूल्यांकन, अनुसंधान, नवाचार एवं विस्तार, आधारभूत सुविधाएं एवं अध्ययन संसाधन, छात्र सहायता एवं प्रगति, प्रशासन, नेतृत्व एवं प्रबंधन व संस्थागत सूचनाओं को पूरित करना होगा। इन मापदण्डों को ध्यान में रखते हुए तैयारियां की जा रही है। जिससे विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद की ग्रेडिंग में ‘ए प्लस प्लस‘ मिल सके और अन्य उच्च शैक्षिक संस्थानों के साथ खड़ा हो सके। विवि के मीडिया प्रभारी डॉ. विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि नैक ए ग्रेडिंग के लिए एनुअल क्वालिटी एशोरेंस रिपोर्ट सबमिट के लिए संयोजकों में प्रो. एसएस मिश्र, डॉ. आशीष पाण्डेय, प्रो. एसके रायजादा, प्रो. सिद्धार्थ शुक्ल, प्रो. नीलम पाठक, प्रो. हिमांशु शेखर सिंह, प्रो. शैलेन्द्र वर्मा, आईक्यूएसी के समन्वयक डॉ. पीके द्विवेदी व उनकी टीम द्वारा सोमवार से पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन दी जा रही है।