◆ सरकार अयोध्या को विश्व मानचित्र पर स्थापित करने के लिए है संकल्पित – लल्लू सिंह
अयोध्या। रामनगरी में बनने वाली रिंग रोड की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। कार्यदायी संस्था सीगल द्वारा रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा। 3935 करोड़ की लागत से 67.170 किमी लम्बी रिंग रोड के बन जाने से अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज तथा रायबरेली मार्गों पर यातायात का दवाब घटेगा। पूर्व सांसद लल्लू सिंह अयोध्या रिंग रोड के लिए प्रयासरत थे। 8 फरवरी 2019 को जीआईसी मैदान में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी की जनसभा में रिंग रोड का शिलान्यास किया गया था। टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने से जल्द ही इसका निर्माण प्रारम्भ हो जाएगा। परियोजना की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने पर पूर्व सांसद ने रामनगरी के संत-महंतो व आमजन की ओर से पीएम मोदी का अभार व्यक्त किया है।
पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने बताया कि अयोध्या रिंग रोड बनने से अगल-बगल के जनपदों से आने वालों लागों से सुगमता रहेगी। मोदी सरकार अयोध्या को विश्व मानचित्र पर स्थापित करने के लिए संकल्पित है। डबल इंजन की सरकार में अयोध्या अपने त्रेतायुगीन वैभव को प्राप्त कर रही है।
उन्होंने बताया कि रिंग रोड में सरयू नदी पर दो पुलों का निर्माण, कुल सात फलाईओवर, 4 आरओबी, 16 वाहन अंडरपास का निर्माण होगा। सरयू नदी पर बनने वाले पुलों के द्वारा अयोध्या से बस्ती तथा गोण्डा को जोड़ा जाएगा। अयोध्या से बस्ती पुल राजेपुर के पास से तथा अयोध्या गोण्डा पुल ढे़मुवा घाट अप साइड का निर्माण होगा। अयोध्या से वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, तथा मनकापुर चारों रेलवे लाइनों पर आरओबी का निर्माण किया जाएगा। रिंग रोड एनएच 27 लखनउ-गोरखपुर, एनएच 330 ए अयोध्या-रायबरेली, एनएच 330 अयोध्या-प्रयागराज, 135 ए अयोध्या-वाराणसी वाया अम्बेडकर नगर, अयोध्या-गोण्डा को जोड़ेगा। उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य पहले ही पूर्ण कर लिया गया है।