जलालपुर अम्बेडकर नगर। शादी का झांसा देकर छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किये जाने के मामलें में पुलिस ने दोनो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस अधीक्षक ने मालीपुर थाना के एक उपनिरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया । मालीपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासिनी बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत किया था कि चार वर्ष पूर्व जब वह इंटर की छात्रा थी तो उस के गांव के बगल के अंकुर यादव नाम के युवक ने उसे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया और शादी का झांसा देकर जबरन अवैध संबंध बना लिया। युवक को उस का पट्टीदार दिव्यांशु यादव ने अपना भाई बता कर मिलवाया था ।जो उस के साथ मिला हुआ था। इस बीच दोनों ने उस की अश्लील वीडियो व फोटो ग्राफी भी धोखे से बना ली।छात्रा ने आरोप लगाया कि इसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देते हुए बीते पांच सितंबर को दोनों ने उस का शारीरिक शोषण किया। छात्रा ने कहा कि कहीं बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी।पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि युवकों के चाचा सपा के जिला सचिव हैं ।जिन का उन्हें संरक्षण प्राप्त है। बीते शुक्रवार को युवकों की हरकत से आजिज छात्रा ने पूरी कहानी अपनी मां को बताया और कहा कि वर्षों से मेरा यौन शोषण हो रहा है। ऐसे ही हालात रहे तो वह आत्म हत्या कर लेगी। बेटी की आप बीती सुन कर मां आरोपियों के घर गयी तो आरोपी अंकुर,अंकुश,अनुराधा समेत अन्य परिजनों ने उन्हें मारा पीटा और गाली गलौज देते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया। मामलें में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। मालीपुर थानाध्यक्ष प्रभाकांत तिवारी ने बताया कि मुकदमें से सम्बंधित अभियुक्त अंकुर यादव व दिव्यांशु यादव को पुलिस ने खानपुर उमरन मोड़ से गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया गया। उधर पीड़िता के जरिये मालीपुर थाना में प्रार्थनापत्र देने के बावजूद हल्का के उपनिरीक्षक ने मामलें को गम्भीरता से नहीं लिया। जिस से नाराज पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ ने उपनिरीक्षक रामबली यादव को लाइन हाजिर कर दिया। क्षेत्राधिकारी अजेय कुमार शर्मा ने बताया कि दुष्कर्म के आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण व बयान की प्रक्रिया जारी है।