अयोध्या। शहीद भगत सिंह स्मृति ट्रस्ट द्वारा भगत सिंह की जयंती पर भगतसिंह का सपना और वर्तमान चुनौतियां विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। बीमा कर्मचारी संघ के सचिव रविशंकर चतुर्वेदी ने कहा कि भगतसिंह देश को आजाद कराने के लिए देश वासियों को जागरूक करते हुए मात्र 23 साल की उम्र में फांसी पर चढ़ गए। उन्होंने अल्प आयु में देश को आजाद कराने के लिए कसमें खाई और अंग्रेजी हुकूमत की चूल्हे हिला दिया।
विनीता कुशवाहा ने कहा कि जेल बंदी के दौरान लम्बी भूख हड़ताल किया, देश का हौसला व अंग्रेजो के जुल्म के खिलाफ युवाओं को जागरूक करने के लिए असेम्बली में बम फेंका व गिरफ़्तारी देते हुए कोर्ट खुद अपना मुकदमा लड़ते हुए अंग्रेजो के जुल्म के खिलाफ आवाज बुलंद किया।
शहीद भगतसिंह ट्रस्ट के चेयरमैन सत्यभान सिंह जनवादी ने कहा कि क्रांतिकारियों की शहादत की बजह से अंग्रेजो को भारत छोड़ना पड़ा। ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य धीरज द्विवेदी ने कहा कि इंकलाब जिंदाबाद, हमारी ताकत जिंदाबाद, समाजवाद भविष्य है और भविष्य हमारा, आदि क्रांतिकारी नारों और कुर्बानियों ने आखिर 15 अगस्त 1947 को आजाद करा दिया। ब्रिटिश हुकूमत को देश छोड़कर भागना पड़ा।आरडी आनंद ने कहा कि देश को आजाद कराने के लिए क्रांतिकारियों ने अपने लिए नही, अपनों के लिए कुर्बानी दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्रबंधिका अनिता यादव और संचालन डाक्टर नीरज सिन्हा नीर ने किया। आयोजित कार्यक्रम के तहत कक्षा पांच से इंटर तक के छात्रों की सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। प्रथम स्थान पाने वालों 25 छात्रों को उनको पुरुस्कृत किया गया।
कार्यक़म को मनोरमा साहू।रेखा शीतल शर्मा, लेखिका पूजा श्रीवास्तव, रीना नन्दा, शिवांगी नन्दा, ममता सिंह, शिवानी सिंह, रंजना यादव, विजय श्रीवास्तव, घनश्याम जी, अखिलेश सिंह, शशिकांत नन्द, महावीर पाल, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।