अयोध्या। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनिल कुमार वर्मा अपर जिला जज द्वारा जिला कारागार अयोध्या का निरीक्षण किया गया। अपर जिला जज द्वारा जेल में निरूद्ध सभी बन्दियों के सम्बन्ध में विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी प्राप्त की गयी। कुल बंदियां की संख्या 794, जिसमें महिला बंदियों की संख्या-44 तथा महिला बंदियों के साथ रह रहे बच्चों की संख्या- 04 है। निरीक्षण में जिला कारागार अयोध्या में साफ-सफाई अच्छी पायी गयी। इस दौरान बन्दियों द्वारा बताया गया कि प्रातः कालीन नाश्ते में दलिया, गुड़, चाय, प्रातः कालीन भोजन रोटी, उरद राजमा की दाल, आलू चैराई, दालबड़ी की सब्जी, अपराह्न काल में मीठा बिस्कुट, चाय व सायं कालीन भोजन चावल, रोटी, अरहर की दाल, लौकी आलू की सब्जी दिया गया। बंदियों ने बताया कि भोजन मीनू के अनुसार दिया जाता है।
अपर जिला जज ने अधीक्षक जिला कारागार को निर्देशित किया गया कि बन्दियों के बौद्धिक विकास हेतु उनको मोटिवेट किया जाय। जिससे सभी बन्दी मानसिक तौर पर विकसित होकर देश विकास के मुख्य धारा में अपना योगदान प्रदान करें। ऐसे बन्दी जिनकी न्यायालय द्वारा जमानत हो चुकी है किन्तु जिला कारागार से रिहा नहीं हो पाये हैं, उनकी रिहाई के लिए अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जाना सुनिश्चित करें। जिससे लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल के माध्यम से, थाने के माध्यम से आर्थिक, सामाजिक एवं सम्पत्तियों की जांच कर उसे जेल से रिहाई के लिए आवश्यक कार्यवाही किया जा सके। जेल में लीगल एड क्लीनिक की स्थापना की गयी है जिससे किसी बन्दी को कोई समस्या हो तो वह जेल में स्थापित लीगल एंड क्लीनिक के माध्यम से कानूनी सहायता प्राप्त कर सकता है। जेलर जितेन्द्र कुमार यादव द्वारा बताया गया कि अध्ययनरत बंदियों के लिए 2 सरकारी अध्यापक की व्यवस्था की गयी है जो अध्ययनरत बंदियों को आकर विषयानुसार शिक्षा देते हैं। जो बंदी निरक्षर हैं उन्हें साक्षर किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। जेल प्रशासन द्वारा उठाया गया यह एक सार्थक कदम है।
निरीक्षण के समय वरिष्ठ जेल अधीक्षक उदय प्रताप मिश्र अयोध्या, सुरेश बहादुर सिंह, जितेन्द्र कुमार यादव, शुमरा अंसारी, नीरज कुमार दुबे, वन्दना, माया सिंह, कलीमुद्दीन, पुलकित राजा, देवेन्द्र प्रताप सिंह, अनुराग मिश्रा आदि उपस्थित रहे।