◆ वाल्मीकि जयंती पर तीन दिनो तक सहभोज, कन्या पूजन, समरस्ता यज्ञ व गोष्ठियों का होग आयोजन
अयोध्या। विहिप केंद्रीय मंत्री और अखिल भारतीय प्रमुख देव जी भाई का कहना है कि विहिप का सामाजिक समरस्ता विभाग आगामी सत्रह अक्टूबर को वाल्मीकि जयंती पर देश के दस हजार स्थानों पर विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों को आयोजित कर समाज से ऊंच नीच अस्पृश्यता के कुंठित भाव को समाप्त करने के लिये व्यापक जनजागरण करेगा। वह कारसेवकपुरम में अवध प्रांत के दो दिवसीय सामाजिक समरस्ता विभाग के वर्ग में सम्मलित होने के लिए आये थे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत को सामाजिक समन्वय के आधार पर ही एक सूत्र में बांधा जा सकता है। समाज को खंडित करने के लिये अनेक प्रकार के कुचक्र विधर्मियों द्वारा चलाये जाते रहे हैं। जबकि हिन्दू सर्वे भवन्तु सुखिनः के मंत्र को आत्मसात करके सभी के कल्याण का संदेश देता आ रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी सोलह अक्टूबर से उन्नीस अक्टूबर तक देश के दस हजार स्थानो पर वाल्मीकि जयंती पर अस्पृश्यता मुक्त व समरस्ता युक्त भारत के संकल्प को चरितार्थ करते हुये, तीन दिनो तक सहभोज, कन्यापूजन, समरस्ता यज्ञ ,समरस्ता गोष्ठियां, का आयोजन दस हजार स्थानो पर होगा। उन्होंने कहा कि यह देश सामाजिक रुप से एक था, लेकिन कुछ बाहरी तत्वों ने यहां आकर इसके सामाजिक एकता को खंडित करने का प्रयास किया। जो आज भी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को साधने के लिए जारी है। विहिप की स्थापना ही सामाजिक धार्मिक और हिंदुत्व के संवर्द्धन के लिये हुई है। हम अपने इस पवित्र लक्ष्य के प्रति जागरूक और निष्ठावान है। यह अक्टूबर माह में होने वाला कार्यक्रम देश में व्यापक संदेश देने वाला होगा। इसकी तैयारी प्रारंभ हो गयी है। दो दिवसीय अवध प्रांत के इस सामाजिक समरस्ता के वर्ग का उद्देश्य कार्यक्रम की तैयारी को लेकर था जिसमें पच्चीस जिलों के पदाधिकारी सम्मलित हुये।