अयोध्या। रामनगरी पहुंचे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद रविवार को सुबह 10 बजे गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा की शुरुआत राम कोट की परिक्रमा के साथ करेंगे। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मीडिया से बात करते हुए अयोध्या के संतों से आवाहन किया है कि वह तिरुपति बालाजी के लड्डू की घटना को गंभीरता से लेते हुए सरकार से मांग करें, की धर्म का कार्य सरकार छोड़ दे और धर्माचार्य को यह व्यवस्था सौंप दी जाए। मंदिरों की व्यवस्था सरकार के हाथ से संतो को मिलना चाहिए।
तिरुपति के लड्डू में जिस तरीके से आपवित्र पदार्थों को मिलाया गया। उससे सनातनी पवित्रता खंडित हुई है। इसको लेकर लाखों भक्तों में नाराजगी है और वह इसको लेकर सवाल भी कर रहे हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि बलपूर्वक और छल पूर्वक किया गया इस तरह का कृत्य ना के बराबर होता है, और यदि मनुष्य पंचगव्य के प्रासन को करता है तो यह दोष नष्ट हो जाते हैं। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सरकार से मांग किया है कि किसने और किस कारण से यह कृत्य किया है, वह जनता के बीच आना चाहिए और उसको कठोर दंड मिलना चाहिए। राम मंदिर पर शंकराचार्य ने कहा कि मंदिर जैसा भी बन रहा है वह विशेष नहीं है सबसे मुख्य है जन्मभूमि जो सदा पूजनीय है। मथुरा और काशी पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा की वह भूमि भगवान की है। वह हमारे हाथ होनी चाहिए। कुछ लोग उस पर कब्जा जमाए बैठे है वह अत्याचार है। ऐसे लोग आकर हमारी छाती पर मूंग दलने का कार्य कर रहें है। जिस तरह से अयोध्या के लिए आंदोलन हुआ उसमे सफलता भी मिली , दूसरी भूमि जिन पर अतिक्रमण हुआ उसको भी प्राप्त करेंगे।