◆ एक महीने तक चलेगा मेला, इस दौरान उमड़ती है कई जनपदों की भीड़
◆ लकड़ी के समान, विभिन्न दुकाने, झूले मेले में रहते है आकर्षण का केन्द्र
अयोध्या। सोहावल तहसील के रायपुर में लगने वाले प्रसिद्ध मेले की शुरुआत 17 सितम्बर को होगी। एक महीने तक यह मेला चलेगा। मेले में कई जनपदों की भीड़ उमड़ती है। विभिन्न दुकाने व झूले मेले में आकर्षण का केन्द्र रहते है। रायपुर का मेला सांस्कृतिक विरासत का पर्याय बना हुआ है।
आने वाली 17 सितम्बर को अनंत चतुर्दशी के पुण्य दिवस पर अनंत भगवान के मंदिर परिसर में विधि विधान से पूजन के साथ पूरे प्रदेश में प्रसिद्ध रायपुर वाले मेले की शुरुआत हो जाएगी। मेला प्रबंधक वीरेंद्र प्रताप सिंह बूढऊ सिंह ने बताया कि यह मेला लगभग एक माह तक चलेगा। जिसमें इमारती लकड़ियों से बनी सामग्रियां, विशेष रूप से बच्चों एवं बड़ों के मनोरंजन के लिए झूले, खिलोने एवं महिलाओं के लिए सौंदर्य प्रसाधन के सामान के साथ साथ विभिन्न दुकाने लगेगी। इसके साथ में मंदिर परिसर में सरोवर है। जिसमें मेले में आने वाले तैराकी का आनंद लेते है।
मेले के इतिहास पर प्रकाश ड़ालते हुए मेला प्रबंधक ने बताया कि इस मेले का इतिहास 118 वर्ष पुराना है। उनसे पहले मेले का प्रबंधन उनके बाबा देवकली सिंह उसके बाद उनके पिता शमशेर बहादुर सिंह। तत्पश्चाप 1979 से वर्तमान समय तक वह इसकी जिम्मेदारी देख रहे है।
मेले के पौराणिक इतिहास पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि बहुत वर्षों पहले रायपुर उसके आसपास के ग्रामों में वर्षा ना होने के कारण भयंकर सूखा पड़ गया। जिसके बाद गांववासी मंदिर में रहने वाले पुजारी के पास आए। पुजारी ने सीताराम जाप व यज्ञ करने के लिए कहा। गांव वालों के सामूहिक प्रयास से विधि विधान से पूजन प्रारम्भ हुआ। कुछ समय बाद अनंत चौदस के दिन मूसलाधार बरसात हुई। इसके बाद हर वर्ष अनंत चतुदशी के दिन मेला लगने लगा।