◆ एकरुपता ही सामाजिक समरसता का वास्तविक अर्थ : जंग बहादुर सिंह
@ बिपिन सिंह
पूराबाजार, अयोध्या । जलालुद्दीन नगर ऊर्फ पूराबाजार में सदियों से एक ऐसी सांस्कृतिक और सामाजिक संरचना जिसमें विभिन्न धर्मों और संप्रदायों के लोग एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते आ रहे हैं और दोनों फिरकों के लोग एकदूसरे के त्यौहारों की खुशियों में दिल खोलकर शामिल होते आ रहे हैं और एकदूसरों पर पुष्प वर्षा करते आ रहे हैं प्यहां कभी भी किसी को जाति या मजहब के चश्में से नहीं देखा जाता है । यहाँ की मजहबी एकता पूरे अयोध्या जनपद में एक मिसाल है। इसी लिए सामाजिक एकता और समरसता यहाँ की पहचान बन गई है यहाँ की सामाजिक व्यवस्था में समरसता एक श्रेष्ठ तत्व है। यहाँ एकरुपता ही सामाजिक समरसता का वास्तविक अर्थ है ।
यह बात ग्राम पंचायत मड़ना के मांण्डवीधाम कुर्की में सामाजिक समरसता अभियान के तत्वावधान में आयोजित मासिक बैठक को संबोधित करते हुए देवगढ़ निवासी वरिष्ठ क्षत्रिय नेता जंग बहादुर सिंह ने कहा कि हमारा पूराबाजार किसी एक धर्म , सम्प्रदाय , पंथ या भाषा में न बंध कर गंगा-जमुनी तहजीब का जीता-जागता मिशाल है । अर्सों से सभी धर्म को मानने वाले लोग यहाँ अमन-चैन और भाईचारा के साथ रहते आ रहे हैं प्यहां भले ही सभी की मान्यताएं या विश्वास अलग-अलग हैं मगर इन सभी धमों में एक ही अलौकिक शक्ति पाने की चाह तथा इंसानों के उपकार की भावना निहित है । इस लिहाज से भले ही सबके रास्ते दिखने में अलग-अलग हों किन्तु मंजिल सबकी एक ही है।
वरिष्ठ समाजसेवी भगवान बक्श सिंह ने कहा कि पीढ़ियों से पूराबागर में हिन्दू-मुसलमान होली, दीवाली ईद-बकरीद आपस में मिलकर मनाते आ रहे हैं ,त्यौहारों में दोनों सम्प्रदायों की सामाजिक समरसता का विहंगम तस्वीर देखते ही बनती है। वयोवृद्ध क्षत्रिय नेता राजेन्द्र सिंह ने कहा कि यहां दोनों फिरके के लोग निःस्वार्थ भाव से एकदूसरे की मदद करते रहते हैं। वरिष्ठ सामाजिक नेता रणविजय सिंह ने कहा कि प्रेम , समर्पण , धैर्य और त्याग के भाव से हम लोग मुस्लिम भाईयों का तहे दिल से सहायता करते रहते है। अशोक सिंह कनकपुर ने कहा कि हम लोग सामाजिक एकता के बंधन में बंधे हैं यहां जाति , धर्म, वर्ण से ऊपर उठकर आपस में मिलजुल कर एकसाथ रहते हैं।
समाजसेवी / उद्यमी मोहम्मद रईस के संयोजन में आयोजित आज के विशाल समरसता भोज में क्षेत्र के दोनों सम्प्रदायों के गणमान्य व्यक्तियों में राजेन्द्र सिंह , मोहम्मद आलम,मो० तारिख , तनवी अहमद , बाबू भगवान बक्स सिंह , जंग बहादुर सिंह , शिक्षक नेता रण विजय र्सिह , सूर्य देव सिंह भगत , पवन तिवारी , रणविजयसिंह , डा० रफीक अहमद , राम बक्श सिंह राज पति सिंह , अशोक सिंह दलपतपुर , राज नारायण सिंह , जगदीश सिंह , अनिल सिंह , रमेश सिंह पं० तेजभान तिवारी , राजकुमार सिंह , आश्विनी सिंह मधुर तथा राममूरत वर्मा ने भाग लिया।