अयोध्या। बीकापुर तहसील क्षेत्र के दराबगंज में स्थित सीताकुण्ड के सौन्दर्यीकरण तथा कुण्ड के आसपास जनसुविधाओं को विकसित किए जाने का कार्य किया जा रहा है। शुक्रवार को पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने सीताकुण्ड में चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। सीताकुण्ड चौरासी कोसी परिक्रमा का एक पड़ाव स्थल भी है। कुण्ड का पौराणिक महत्व है। वन से वापस लौटते समय भगवान राम ने यहां महादेव की आराधना की थी।
सांसद लल्लू सिंह ने बताया कि पीएम मोदी की मंशा अयोध्या का विकास वैश्विक स्तर पर करने की है। जिसके तहत 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर स्थित धार्मिक तथा पौराणिक महत्व के स्थलों का विकास व सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। 2015 से इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा था। दिल्ली में हर वर्ष आयोजित होने वाले अयोध्या पर्व में 84 कोसी व उसके आस पास के 151 धार्मिक, पौराणिक, ऋषि मुनियों की तपोस्थली को वैश्विक स्तर पर परिभाषित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि बीकापुर क्षेत्र के सीताकुण्ड का पौराणिक महत्व है। भगवान राम तथा उनके पूर्वज यहां महादेव की आराधना करते थे। सीताकुण्ड तथा यहां स्थित भगवान दुग्धेश्वर महादेव शिवालय का सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। स्थल की पौराणिक्ता को सहेजते हुए जनसुविधाओं का विकास किया जा रहा है। जिससे श्रद्धालुओं को यहां दर्शन-पूजन में सुविधा रहे।