◆ सेन्ट्रल क्लीनिकल प्रोटेशन एक्ट के तहत केन्द्रीय कानून व चिकित्सकों को सुरक्षा की मांग
अयोध्या। कोलकाता की घटना के विरोध मे आईएमए के नेतृत्व में जिला अस्पताल ब्लड बैंक से पदयात्रा निकाली गयी। चौक घंटाघर पर श्रद्धांजलि देने के बाद पदयात्रा पुनः जिला चिकित्सालय पहुंचकर समाप्त हुई। पदयात्रा में मेडिकल कालेज के प्रिसिंपल ज्ञानेन्द्र कुमार, वाईस प्रिसिंपल सत्यजीत वर्मा, लेक्चरर, रेजिडेंट, इंर्टन, स्टूडेंट शामिल रहे। इस दौरान कोलकाता की घटना के आरोपी को सख्त सजा व सेन्ट्रल क्लीनिकल प्रोटेशन एक्ट के तहत केन्द्रीय कानून व चिकित्सकों को सुरक्षा की मांग की गई।
आईएमए के अध्यक्ष डा मंजूषा पाण्डेय ने कहा कि कोलकाता की घटना में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जिससे इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वालों के मन में भय व्याप्त हो। पूरे देश के चिकित्सकों को अपनी सुरक्षा की चिंता है। लगतार हो रही घटनाओं के कारण डाक्टर एक भय को अपने भीतर महसूस कर रहे है। सरकार को अस्पतालों में भयमुक्त परिवेश बनाने के लिए विशेष रणनीति बनानी होगी।
उन्होंने कहा कि आईएमए कोलकाता की घटना में न्याय व चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर केन्द्रीय कानून की मांग कर रहा है। सभी स्वास्थ्य देखभाल करने वाले संस्थानों को विशेष संरक्षित क्षेत्र घोषित करना चाहिए। अपनी मांगो को लेकर लगातार आईएमए के नेतृत्व में चिकित्सक शांतिपूर्वक अपना विरोध व्यक्त कर रहे है। जिसको लेकर रविवार को जिला चिकित्सालय से मार्च निकाला गया।
कार्यक्रम के दौरान डा. सुमिता वर्मा, डा प्रभात गुप्ता, डा विनोद आर्या, डा केएस मिश्रा, डा हरिओम, डा पल्लवी श्रीवास्तव, डा शलिनी, डा आनंद शुक्ला, डा. अफरोज खान, ममता पाण्डेय, आशा गौड़, प्रतिमा शुक्ला, नीलम सिंह, डिम्पल मौजूद रही।