जलालपुर अंबेडकर नगर। समाजसेवी द्वारा सोशल मीडिया पर थानेदार के विरुद्ध उत्पीड़न का आरोप लगाकर आत्महत्या किए जाने की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस के हाथ पाव फूलने लगे। अपर पुलिस अधीक्षक व सीओ के साथ समाजसेवी के घर पहुंच कर पिता और चाचा से पूछताछ किया । सर्विलांस की मदद से समाजसेवी का लोकेशन निकाल उसे रेलवे स्टेशन से अपने साथ लेकर पुलिस थाना आई । अपर पुलिस अधीक्षक के सामने हुई पंचायत में सुलह समझौता किया गया। प्रकरण मालीपुर थाना के मालीपुर गांव निवासी समाजसेवी धीरेंद्र यादव का है । मालीपुर थाना अध्यक्ष शिवांगी त्रिपाठी ने कुछ माह पूर्व समाजसेवी धीरेंद्र यादव के विरुद्ध मालीपुर थाना क्षेत्र की एक गांव की महिला को उकसा कर उनके विरुद्ध धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया था। जिसमें पूर्व सीओ देवेंद्र कुमार ने महिला थाना अध्यक्ष को एफआर लगाने का निर्देश दिया था। उनका स्थानांतरण होते ही महिला थाना अध्यक्ष शिवांगी त्रिपाठी ने समाजसेवी के विरुद्ध मुकदमे में चार्ज सीट लगा दिया। जब यह बात समाजसेवी को पता चली वह अपने सहयोगियों के साथ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात किया और शपथ पत्र के साथ मुकदमा में वादिनी महिला का ऑडियो भी कप्तान को सुनाया। जिसमें वादिनी महिला कह रही है कि हम मुकदमा दर्ज नहीं करना चाहते थे थाना अध्यक्ष और समाजसेवी से आपस में कोई विवाद है जिसकी वजह से थाना अध्यक्ष ने खुद मुकदमा दर्ज किया है । पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देने के बावजूद थाना अध्यक्ष शिवांगी त्रिपाठी समाजसेवी का उत्पीड़न करती रही। अंतत समाजसेवी ने सोशल मीडिया पर 15 अगस्त को संसद भवन के सामने आत्मदाह करने का सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वायरल होने के बाद पुलिस बैक फुट पर आ गई और उन्हें लखनऊ से लाकर अपर पुलिस अधीक्षक के सामने पेश किया जहां वादिनी महिला ने मुकदमे में सुलह समझौता कर लिया, किंतु पीड़ित समाजसेवी का कहना है हमसे वादिनी पुष्पा वर्मा से कोई मतलब नहीं है। थाना अध्यक्ष शिवांगी त्रिपाठी यह सब करा रही है हमारे जैसे समाजसेवी के साथ अन्य पीड़ितों का आर्थिक व सामाजिक शोषण किया जा रहा है। सीओ अजेय कुमार शर्मा ने बताया कि दोनों पक्षों में सुलह समझौता हो गया है।