जलालपुर अम्बेडकर नगर। 12 वर्ष पूर्व घर से गायब विक्षिप्त युवक को मुंबई की एक सामाजिक संस्था ने पुलिस के माध्यम से परिजनों के सौप दिया। जिससे परिजनों मे खुशी का माहौल पैदा हो गया। मामला कोतवाली जलालपुर क्षेत्र के बहरामपुर नगपुर गांव से जुड़ा है। बहरामपुर नगपुर निवासी स्व०मुन्ना खां का पुत्र मो.मासूम की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी जो 12 वर्ष पूर्व घर से लापता होगया था। परिजनों ने काफी खोजबीन किया मगर कहीं पता नहीं चला तो परिजन थक हार कर बैठ गये। इस दौरान विक्षिप्त युवक के माता पिता का भी देहांत होगया। बहनों ने भाई को 12 वर्ष बाद पाकर गले लिपट गयी। विक्षिप्त युवक भटक कर किसी तरह मुम्बई चला गया जहां लावारिश हालत मे इधर उधर भटकता रहा। मुम्बई में सडक के किनारे यह लावारिस पडा हुआ था जिसे वहां की एक संस्था ने अपने साथ ले जाकर श्रद्धा नामक एक सामाजिक संस्था को सौप दिया और मासूम का अपने संस्था के माध्यम से इलाज कराया इलाज से मो.मासूम इस लायक होगया की उस ने अपना पता संस्था के जिम्मेदारों को बताया। संस्था से जुड़े समाजसेवी शकील अहमद उसे शुक्रवार को कोतवाली जलालपुर लेकर पहुंचे और कोतवाल जलालपुर संतोष कुमार सिंह को पूरी कहानी बताई।तो सक्रिय हुई पुलिस ने युवक के परिजनों को सूचित किया तो युवक की दो बहनें मोहसिना खातून और नजमा कोतवाली पहुंची और कोतवाल संतोष कुमार सिंह व सामाजिक संस्था के कार्यकर्ता ने आवश्यक लिखा पढ़ी के बाद उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया। युवक को परिजनों से मिलाने वाली संस्था के शकील अहमद ने बताया कि मो.मासूम उनकी संस्था को तीन माह पहले चेम्बूर इलाके से मिला था। जिस के बाल व नाखून काफी बढ़े थे।जिस को नहला धुला कर संस्था में लाया गया। जहां उस का मानसिक चिकित्सक के माध्यम से इलाज कराया गया। जब उस की हालत में सुधार हुआ तो नाम पता पूछ कर उसे सुपुर्द किया गया। कोतवाल जलालपुर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि युवक को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया । इस कार्य के लिए संस्था की खूब सराहना हो रही है।