◆ प्रसाशन ने किए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अयोध्या। मोहर्रम की दसवीं तारीख बुधवार को गमगीन माहौल में ताजियों को सुपुर्द ए खाक किया गया। बड़ी संख्या में अजा़दार मातम करते हुए विभिन्न इलाकों से जुलूस की शक्ल में अलग-अलग कर्बला पहुंचे और ताजियों को सुपुर्द ए खाक किया। इस दौरान पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में भी ताजियों को सुपुर्द ए खाक किया गया।
इन दस दिनों में शिया अजा़दारों के घरों में ताजिए रख मजलिस, मातम के साथ कर्बला की जंग में शहीद हुए हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों को शहीद कर दिया गया था। उस वक्त के जुल्म शासक यजीद ने कर्बला के मैदान में हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों पर तमाम जुल्म बरपा करते हुए शहीद कर दिया था। इसी की याद में मोहर्रम मनाया जाता है।
बुधवार की सुबह से ही कर्बला में ताजियों का पहुंचना शुरू हो गया था। राठहवेली, इमामबाड़ा जवाहर अली खां, रिकाबगंज, हैदरगंज आदि क्षेत्रों से लोग ताजिए लेकर पहुंचे और कर्बला में सुपुर्द ए खाक किया। मातमी सदाओं के साथ जुलूस की शक्ल में भी लोग पहुंचे और या हुसैन की सदाओं के बीच ताजियों को दफन किया। सुबह से दोपहर बाद तक ताजियों को कर्बला में दफनाने का सिलसिला चलता रहा। खुर्द महल कर्बला में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्त इंतजाम किए गए गए थे।
सुन्नी समुदाय के लोगों ने जुलूस निकाल बड़ी बुआ पहुंच ताजियों को सुपुर्द ए खाक किया। विभिन्न क्षेत्रों से जुलूस के साथ निकले सुन्नी समुदाय के लोगों ने मोहर्रम की दसवीं को परचम और अलम मुबारक के साथ कर्बला के शहीदों को याद किया।