अंबेडकर नगर। भाजपा ने भारतीय जन संघ के संस्थापक डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के 71 वें बलिदान दिवस पर भाजपा जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी के मार्गदर्शन और भाजपा जिला उपाध्यक्ष विमलेंद्र प्रताप सिंह मोनू के संयोजन में जनपद के सभी बूथों पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।
भाजपा जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी ने अपने बूथ 245 पर मण्डल अध्यक्ष सुग्रीव कन्नौजिया बूथ अध्यक्ष बाबू लाल के साथ डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के उपरान्त कहा कि डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश भक्ति का अनूठा मिशाल पेश करते हुए भारत की एकता अखंडता के लिए कश्मीर में अपने प्राणों की बलि दिया लेकिन कभी देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता नहीं किया।उन्होंने कहा कि डाक्टर साहब ने राष्ट्रहित में सत्ता का त्याग करते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देश में 2 विधान 2 प्रधान और 2 निशान का विरोध किया था और स्वतंत्र भारत का पहला आंदिलन छेड़ा था। उन्होंने कश्मीर में प्रवेश के लिए लग रहे परमिट को रद्द करने और पश्चिम बंगाल को भारत से अलग करने की सोच के खिलाफ भी लड़ाई लड़ा था।डाक्टर मुखर्जी जी की ही बलिदान और लड़ी गई लड़ाई का परिणाम है कि आज हम कश्मीर में बिना रोक टोक आ जा सकते हैं और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है।
बलिदान दिवस जिला संयोजक विमलेंद्र प्रताप सिंह मोनू ने बताया कि डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की बलिदान दिवस को जनपद के प्रत्येक बूथ पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मनाया गया।मुखर्जी जी के चित्र पर पुष्प कर बलिदान दिवस मनाने में मुख्य रूप से विधान परिषद सदस्य डाक्टर हरि ओम पाण्डेय,पूर्व मंत्री धर्म राज निषाद,जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम सुंदर वर्मा,पूर्व जिलाध्यक्ष कपिल देव वर्मा,डाक्टर मिथिलेश त्रिपाठी,राम प्रकाश यादव,ज्ञान सागर सिंह,यमुना प्रसाद चतुर्वेदी,शिव नायक वर्मा,रमा शंकर सिंह,जिला उपाध्यक्ष डाक्टर राना रणधीर सिंह,मनोज मिश्र,रमेश चंद्र गुप्ता,डाक्टर रजनीश सिंह,सुमन पाण्डेय,रफत एजाज,जिला महामंत्री अमरेंद्र कांत सिंह,दिलीप पटेल देव, जिला मीडिया प्रभारी बाल्मीकि उपाध्याय,पूर्व विधायक त्रिवेणी राम,जय राम विमल,संजू देवी,अनीता कमल,जिला मंत्री संजय सिंह,दीपक तिवारी,चंद्रिका प्रसाद,विनय पाण्डेय,पंकज वर्मा, सुनील पासवान,जिला कार्यालय सह प्रभारी धीरेंद्र प्रताप सिंह,डाक्टर संतोष कुमार सिंह, मनीष मिश्र,बजरंगी पाठक सहित मंडलों के मण्डल अध्यक्ष एवम बूथ अध्यक्ष गण शामिल रहे।