जलालपुर अंबेडकर नगर। बेटी से हुए दुष्कर्म के मामले में महिला ने पुलिस के क्रियाकलापों पर आरोप लगाया है कि प्रताड़ित तथा पुलिस द्वारा महिला व उसके पति पर षडयंत्र पूर्वक दर्ज किए गए मुकदमों की मनगढ़ंत विवेचना का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर मालीपुर थाने द्वारा विवेचना अन्यंत्र थाना से करवाने की गुहार लगाई है। पुलिस अधीक्षक लिखे गये पत्र में महिला ने आरोप लगाया है कि आरोपी किशन पुत्र राम बचन निवासी खंडौरा थाना पवई जिला आजमगढ़ उसकी सगी ननद का बेटा है जिसने बीती 21 मई की रात उसकी पुत्री के साथ दुष्कर्म किया था। घटना की शिकायत पुलिस में करने पर देवर देवेश,ससुर रामबहाल व आरोपी किशन द्वारा पीड़ित महिला तथा उसके पुत्र के साथ मारपीट की गई थी। महिला ने थाना प्रभारी शिवांगी त्रिपाठी व अन्य पुलिसकर्मियों पर पैसे लेकर सुलह करवाने का दबाव डालने का आरोप लगाया था और सुलह करने से इनकार करने पर महिला के पति के विरुद्ध कच्ची शराब की बरामदगी दिखाकर लॉकअप में बंद करते हुए पुनः सुलह का दबाव बनाया जिस पर महिला ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अंततः पुलिस ने मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था किन्तु नाराज थाना प्रभारी द्वारा महिला,उसके पुत्र व पति के विरुद्ध भी धारा 354 ख व 504 के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस पर पैसे लेकर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए महिला ने अपने पति के ऊपर द्वेष वश आबकारी एक्ट की धारा के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करने, 21 तारीख की रात में हुई दुष्कर्म की घटना की एफआईआर न दर्ज करने, पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पीड़िता की अनुपस्थिति में एफआईआर दर्ज करने तथा एफआईआर दर्ज करने से 15 मिनट पूर्व ही आरोपियों की तहरीर महिला उसके बेटे तथा उसके पति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की बातों का उल्लेख किया है। महिला ने मौजूदा थाना प्रभारी शिवांगी त्रिपाठी के निर्देशन में हो रही जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए न्याय न मिलने की बात कही है।