जलालपुर अम्बेडकर नगर। पुलिस अधीक्षक के आदेश को दर किनार कर पुलिस ने पीड़िता के तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के बजाय घटना को पूरी तरह फर्जी और मनगढ़ंत बताते हुए पल्ला झाड़ रही है।
प्रकरण कटका थाना क्षेत्र के एक गांव मे बीते सात जून की रात लगभग 10 बजे घटित हुई। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए कहा कि गांव के ही विपक्षी महेंद्र प्रसाद ने मेरे घर में घुसकर बुरी नीयत से जब सब सो रहे थे तो शरीर पर हाथ फेरते हुए छेड़खानी करने लगा मेरे हल्ला गुहार मचाने पर घर के बच्चे जाग गए और विपक्षी को मेरे द्वारा पकड़ लिया गया लेकिन वह हाथ छुड़ाकर गाली गलौज देते हुए फरार हो गया और कहा कि यदि मेरे खिलाफ किसी प्रकार की कोई शिकायत करोगी तो तुम्हें जान से मार डालूंगा घटना घटित होने के बाद पीड़ितों द्वारा 112 नंबर सूचित किया गया और विपक्षी को थाने ले गई तथा हमको भी थाने बुलाया गया जब मैं रात में वहां पहुंची और प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं किया गया विपक्षी के प्रभाव में आकर कुछ देर बाद उसे छोड़ दिया गया जब मैं अपने घर रात मे पहुंची तब उसने थाने से छूटने के बाद पुनः मेरे दरवाजे पर चढ़कर गाली गलौज और धमकी दे रहा था। पीडिता ने बताया कि मैं आशा बहू और सामाजिक प्रतिष्ठित महिला हूं विपक्षी द्वारा मेरे मान सम्मान को धूमिल किया जा रहा है जिससे मैं शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान हूं। इसके बावजूद भी कटका पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत नहीं किया जिससे पीड़िता और परिजन परेशान हैं।
इस संबंध में कटका थाना अध्यक्ष यदुवेंद्र सोनकर ने कहा कि दोनों के बीच मारपीट हुआ था, पीड़िता द्वारा छेड़खानी का लगाया जा रहा आरोप झूठा है। इसलिए छेड़छाड़ का मुकदमा लिखा जाना न्याय संगत नहीं है।