अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग में बुधवार को प्रशिक्षु टूरिस्ट गाइड के लिए व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य वक्ता पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के होटल एवं टूरिज्म मैनेजमेंट के प्रो प्रशांत गौतम, विशिष्ट अतिथि हिमांचल प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के सहायक महाप्रबंधक डॉ अनिल कपूर, चंडीगढ़, टूरिज्म एवं होटल मैनजमेंट संस्थान के निदेशक डॉ अरुण ठाकुर और विभागाध्यक्ष प्रो हिमांशु शेखर सिंह ने मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन करके किया।
प्रशिक्षु टूरिस्ट गाइड को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता प्रो0 प्रशांत गौतम ने कहा कि टूरिस्ट आपके बारे में धारणा बनाता है कि आप कैसे होंगे। वह उसको आपके चलने के तरीके, पहनावा और आपके बॉडी लैंग्वेज से समझता है। उन्होंने कहा कि जब स्वयं को अच्छे लगने लगते हैं तो यहीं से आपके अंदर एक कॉन्फिडेंस डेवेलप होता है। जब टूरिस्ट से किसी स्थल के बारे में संवाद करें तो उसे कहानी के रूप में बताना चाहिए, जिससे वे आपकी बातों को ध्यान पूर्वक सुने। उन्होंने कहा कि इसके लिए कम्यूनिकेशन स्किल को बेहतर करना होगा। इससे आपकी डिमांड गाइड के रूप में बढ़ती जाएगी। कार्यक्रम में प्रो0 प्रशांत ने कहा कि अयोध्या में पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के कई अवसर आ रहे हैं। अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत को पूरी तन्यमयता के साथ जाननी होगी।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ0 अनिल कपूर ने कहा कि अयोध्या में टूरिस्ट गाइड की मांग बढ़ रही है। इसके लिए आपको मुख्य मंदिर के अलावा रास्ते में पड़ने वाले सभी अन्य प्रमुख स्थानों के बारे में जानकारी रखनी होगी। क्योंकि टूरिस्ट किसी भी स्थान के बारे में पूछ सकता है अगर नही बता पाएंगे तो आपकी छवि खराब होगी। डॉ0 अरुण ठाकुर ने कहा कि अयोध्या एक धार्मिक स्थल है उसे धार्मिक स्थल ही बना रहने दें। क्योंकि अयोध्या की अपनी सांस्कृतिक महत्ता है। गाइड के रूप में आपकी भूमिका है कि रोज कुछ नया सोचते रहे जिससे आप एक अच्छे गाइड कहलाये।
कार्यक्रम में व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभागाध्यक्ष प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि टूरिस्ट गाइड बनने के लिए ज्ञान का विस्तार दे और स्थलों की गहन जानकारी रखे। इस कार्यक्रम में प्रो शैलेन्द्र कुमार वर्मा, डॉ अंशुमान पाठक, डॉ आशीष पटेल, डॉ राकेश कुमार, डॉ रामजी सिंह, डॉ विवेक उपाध्याय, डॉ प्रियंका सिंह, डॉ महेन्द्र पाल सिंह बड़ी संख्या में शिक्षक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित मौजूद रहे।