बसखारी अंबेडकर नगर।यूं ही नहीं थाना प्रभारी निरीक्षक जेपी सिंह यादव का स्तांतरण हुआ।उनका बसखारी थाने का 9 महीने का कार्यकाल भी विवादों से घिरा रहा।अपनी रसूख के चलते कई बार की गई शिकायत के बावजूद भी ये लगातार बचते रहे। कई मामलों में अपनी गर्दन बचाने के लिए बसखारी थाना प्रभारी जेपी सिंह यादव कई सिपाहियों को भी बालि का बकरा बना चुके है। इनकी गलत रिपोर्ट पर कई पुलिसकर्मी लाइन हाजिर हो चुके हैं।छोटी मोटी चोरी की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डालने के साथ तत समय के थाना प्रभारी जेपी सिंह यादव थाने से चंद कदम की दूरी पर स्थित विकास नगर कॉलोनी में हुई चोरी की वारदात में सीसीटीवी फुटेज के बावजूद भी मामले का खुलासा करने में असफल रहे।और आनन-फानन में एक छिनैती के मामले में किया गया खुलासा भी सोशल मीडिया पर चली खबरों के आधार पर विवादों के घेरे में है। अभी सोमवार को थाना क्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में मिले एक महिला के शव को लेकर तीन दिन बाद भी रहस्य से पर्दा हटा पाने में विफल रहने वाले जय प्रकाश सिंह यादव के बारे में चर्चा यह भी है कि प्रार्थना पत्र के साथ यदि इन्हें लिफाफे की पेशकश की जाती थी तो उस पर वह तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर लेते थे।लेकिन यदि सिर्फ प्रार्थना पत्र दिया जाता तो वह थाने की रद्दी की टोकरी या ठन्डे बस्ते में ही जाता था। जिसका प्रमाण नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के द्वारा दिया गया तीन प्रार्थना पत्र है।
नगर पंचायत कार्यालय से 3 महीने पहले अध्यक्ष शबाना खातून के कार्यकाल में ठेकेदारी कर रहे शकील अहमद के विरुद्ध स्कैम का आरोप लगाते हुए एक प्रार्थना पत्र बसखारी पुलिस को दिया गया था। इसके बाद बोर्ड की बैठक के दौरान हुए विवाद के बाद सैकड़ो की संख्या में जुटी भीड़ के द्वारा नगर पंचायत कार्यालय पर किए गए पथराव को लेकर भी प्रार्थना पत्र दिया गया। अभी कुछ दिन पहले एक और प्रार्थना पत्र नगर पंचायत के द्वारा वेस्ट्रीज हिल्टन स्कूल के प्रबंधक द्वारा दबंगई के बल पर स्कूल के बाहर सड़क पर अतिक्रमण करते हुए जारी सीढ़ी निर्माण कार्य को रोकने एवं कार्यवाही करने के लिए बसखारी पुलिस को दिया गया था। जिस मामले में थाना प्रभारी ने विद्यालय प्रबंधक इमरान खान को रात में निर्माण करते समय थाने भी ले गए थे।लेकिन चर्चा है की लंबी डील के बाद उन्हें निर्माण कार्य करने की छूट देते हुए छोड़ दिया गया। इसके बाद लगातार विद्यालय प्रबंधक के द्वारा दिन-रात एक कर निर्माण कार्य जारी रहा।अब सोचने वाली बात यह है कि नगर पंचायत कार्यालय से दिए गए प्रार्थना पत्र पर यदि थाना अध्यक्ष करवाई नहीं कर रहे थे तो आम जनता के प्रार्थना पत्रो का क्या हाल होता होगा।
नगर पंचायत में ठेकेदार शकील के द्वारा किए गए स्कैम,नगर पंचायत कार्यालय पर किए गए पथराव, चेयरमैन के ऊपर भीड़ को उकसा कर कराया गया जान लेवा हमला,बसखारी के मुख्य चौराहे पर बेस्ट्रीज हिल्टन स्कूल के प्रबंधक के द्वारा सड़क पर अतिक्रमण किये जाने के विरुद्ध मिले प्रार्थना पत्र के बावजूद भी बसखारी पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने के पीछे आरोपियों साठ गांठ कर प्रार्थना पत्र को दबाने के नाम पर से मोटी रकम ऐंठने की बात भी लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है। चर्चा तो यह भी है कि एक बार थानाध्यक्ष रात में वेस्टीज हिल्टन स्कूल के प्रबंधक के द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य को रूकवाते हुए इमरान खान को थाने में भी ले गए थे। इसके बाद लेनदेन का खेल कर इमरान खान को छुड़वा दिया गया।
चर्चा यह भी है कि उसी के बाद से ही थाना प्रभारी निरीक्षक जेपी सिंह यादव व विद्यालय प्रबंधक के बीच लंबी डील हो गयी और स्थागन आदेश के बाद भी विद्यालय प्रबंधक के द्वारा लगातार जारी निर्माण कार्य जारी को शिकायत के बावजूद भी रुकवाने का प्रयास नहीं किया गया और ना ही इस मामले में बसखारी पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई ही की गई।इस मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष ओंमकार गुप्ता ने दिये गये प्रार्थना पत्रों पर कोई कार्यवाही न होने के बारे में जब जानकारी मांगी गई तो उन्हें भी थाना प्रभारी निरीक्षक जेपी सिंह यादव के द्वारा गुमराह किया जाता रहा। इससे पहले भी कई बार चेयरमैन ओमकार गुप्ता को थाना प्रभारी निरीक्षक के द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने की शिकायत मिल चुकी थी। जिससे नाराज चेयरमैन अपने समर्थकों के साथ थाना परिसर में धरने पर बैठ गए। जिसका परिणाम रहा कि कई बार अपनी रसूख के चलते बच रहे थाना प्रभारी निरीक्षक जेपी सिंह यादव को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी।