जलालपुर, अंबेडकर नगर। उपजिलाधिकारी के निरीक्षण के बावजूद भी हो रहे नाली निर्माण मे भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्थानीय निवासियों के विरोध और मीडिया में मामला आने के बावजूद भी ठेकदारों द्वारा दोयम दर्जे की निर्माण सामग्री का लगातार प्रयोग किया जा रहा है। उप जिलाधिकारी सुभाष सिंह के संज्ञान में मामला आने के बाद उनके द्वारा मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्यों की जांच की गई थी तथा मौके पर मौजूद निर्माण सामग्रियों की जांच करते हुए उसकी वीडियोग्राफी भी करवाई गई थी। उपजिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों के समक्ष घटिया निर्माण के जिम्मेदारों की जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था। उपजिलाधिकारी द्वारा इस संबंध में नगर पालिका परिषद द्वारा स्पष्टीकरण भी मांगा गया था जिसकी पुष्टि नगर पालिका के वरिष्ठ लिपिक आज्ञाराम वर्मा द्वारा की गयी किंतु इसके बावजूद भी गुणवत्ता विहीन निर्माण को प्लास्टर कर ढक दिया गया और उसके आगे अनवरत निर्माण कार्य जारी है। उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी द्वारा निर्माण कार्य में पीली ईंट का प्रयोग पूर्णतया वर्जित कर दिया गया है और नाली का बेस बनाने में गिट्टी और मोरंग युक्त निर्माण सामग्री का प्रयोग करना होता है किंतु वर्तमान में चल रहे नाले के निर्माण में नाले के बेस हेतु केवल पीली ईंटों तथा जोड़ाई और प्लास्टर हेतु सफेद बालू का ही प्रयोग किया जा रहा है। इसी प्रकार से नगर में सड़क के किनारे पटरियो पर खाना पूर्ति कर पटरी को बनाई जा रही है जिस पर किसी भी अधिकारी की नजर नहीं पड़ रही है। नाम न छापने की शर्त पर एक ठेकेदार ने बताया कि मोटा कमीशन देने के बाद गुणवत्तापूर्ण काम करना मुश्किल है। उल्लेखनीय है कि नगरपालिका के विस्तारित क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्यों में लगातार भ्रष्टाचार व धांधली की शिकायत सामने आती रही है जिस पर अधिशासी अधिकारी द्वारा जांच करने की बात कहकर मामले को ठंडे बस्ते मे डाल दिया जाता है।