@ कृष्ण कुमार तिवारी
आलापुर अंबेडकर नगर। सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से हर जिले में छोटे-छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जमीन का आवंटन किया था लेकिन आवंटित हुए क्षेत्र में सड़क, नाली, जल और बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है और जिम्मेदार इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं। उद्योगों को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी शासन ने जिन अधिकारियों को सौंपी है वह अधिकारी अपनी जिम्मेदारी उठाने और सहूलियत देने के बजाय उल्टे उद्यमियों पर ही दबाव बना रहे हैं कि आप जल्द ही कोई उद्यम स्टार्ट कीजिए नहीं तो आपकी जमीन का आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। जिन उद्यमियों ने फैक्ट्रियां बनाकर मशीन लगा दी है उन्हें वहां पर जनरेटर से काम करना पड़ रहा है क्योंकि वहां बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है। यही हाल विकास खण्ड मुख्यालय जहांगीरगंज में जिला उद्योग केंद्र द्वारा आवंटित की हुई तेंदुआई कला इंडस्ट्री एरिया का है जहां पर बिजली पानी की कोई व्यवस्था नहीं है रोड नाली का भी बुरा हाल है। भूमि आवंटन के बाद कोई भी उद्यमी उद्योग लगाने से कन्नी काट रहा है क्योंकि वहां बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है और जिस किसी ने उद्योग लगा लिया है उसका बहुत बुरा हाल है । जिला उद्योग द्वारा आवंटित भूमि पर आवंटी कंचन पांडेय ने जूता चप्पल बनाने की मशीन लगा दिया लेकिन काम शुरू करने के लिए चार महीनों से अधिकारियों का चक्कर लगा रही हैं लेकिन किसी भी अधिकारी को अपनी जिम्मेदारी का एहसास नहीं हो रहा है क्योंकि बिजली की कोई व्यवस्था न होने के कारण इसका उद्गम बंद पड़ा है । जबकि विभाग द्वारा उद्यमियों पर दबाव बनाया जा रहा है की जल्द ही उद्यम स्थापित करें नहीं तो आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा उद्यमी परेशान है क्योंकि उसके एक तरफ कुआं दूसरी तरफ खाई है । उद्यमी कंचन पांडेय ने बताया कि अधिकारियों का उद्योग और उद्यमियों से कोई लेना-देना नहीं है, सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजनाओं पर पलीता लग रहे हैं और निदान पाने के लिए हम जिम्मेदार अधिकारियों की गणेश परिक्रमा करने पर मजबूर हैं।