अयोध्या। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर रामनगरी अयोध्या में आस्था जन सैलाब उमड़ा। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भक्ति पूर्ण परिवेश में आस्था की डुबकी लगाई। सरयू घाट पर भोर से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। स्नान व दान के बाद श्रद्धालुओं ने हनुमानगढ़ी, जन्मभूमि, कनक भवन समेत विभिन्न मंदिरों में दर्शन पूजन किया। शाम 3.36 तक कार्तिक पूर्णिमा का स्नान चला।
मेले के दृष्टिगत सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम प्रशासन द्वारा किया था । प्रशासन ने मेला क्षेत्र को 3 जोन 15 सेक्टर में बांटा था। श्रद्धालुओं के सुविधा के लिए स्नान घाटों पर तैनात जल पुलिस, एसडीआरएफ और बाढ़ राहत के जवान किए गए थे । सरयू नदी में बैरिकेट लगाया गया था। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं जनसैलाब उमड़ा । नागेश्वर नाथ समेत विभिन्न शिवालयों में श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक कर अपने आराध्य के प्रति श्रद्धा निवेदित किया। हनुमानगढ़ी, कनक भवन, राम जन्मभूमि, राम वल्लभा कुंज समेत विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं अपार भीड़ लगी रही।
” दिल्ली से आए वरुण पांडे ने बताया कि वह कार्तिक पूर्णिमा में अयोध्या में स्नान व दर्शन पूजन के लिए आए हैं। यहां की सफाई व्यवस्था को देखकर के दिल गदगद है । उनका कहना है कि वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि सभी को एक बार अयोध्या आने व दर्शन पूजन करने सौभाग्य मिले।”
“दर्शन पूजन करने आई सृष्टि पांडे बताती हैं कि यहां अयोध्या में महिलाओं के लिए अच्छी व्यवस्था है उनके कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था है। सभी को अयोध्या जाकर एक बार दर्शन पूजन अवश्य करना चाहिए।”
यातायात नियंत्रण, भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए अयोध्या को विभिन्न जोनों में बांटकर पुलिस की तैनाती की गई है। सरजू नदी में जल बैरिकेडिंग की गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ज्यादा गहराई वाले स्थान पर सिगनेज बोर्ड लगाए गए हैं।
राजकरण नैयर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या