आलापुर अम्बेडकर नगर । विकास खण्ड़ जहांगीरगंज अन्तर्गत श्री लल्लन जी ब्रह्मचारी मुमुक्षु आश्रम थान्हेश्वरम इन्दौर पुर मन्दिर परिसर में अक्षय नवमी का व्रत विधि-विधान के साथ आंवले के पेड़ के नीचे मन्दिर के पुजारियों द्वारा किया गया। मालूम हो अक्षय नवमी पर मन्दिर में श्रद्धालुओ की उमड़ी भीड़ को भंडारे का वितरण किया गया । क्षेत्रीय एवं दूर दराज से आए हुए श्रद्धालुओं ने मंदिर की परिक्रमा कर प्रसाद और भंडारा का भोजन ग्रहण किया । अक्षय नवमी का व्रत विधि-विधान के साथ आंवला के पेड़ के नीचे पूजा पाठ कर मनाया गया जिसमें काफी संख्या में लोगों ने पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया। श्री श्री 1008 सत्यव्रत ब्रह्मचारी जी महाराज ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष नवमी तिथि को अक्षय नवमी के रूप में मनाया जाता है। पुजारी ने कहा कि आंवला वृक्ष में भगवान विष्णु सहित कई देवी देवताओं का वास होता है सतयुग का आरंभ इसी दिन को माना गया है। इसी दिन आंवले के वृक्ष की पूजा करने का विधान है। ऋग्वेद और आयुर्वेद में भी आंवले के फल का प्रयोग करने से मानव शरीर को आरोग्य प्रदान करता है बताया गया है साथ ही आंवला के प्रयोग से मानव शरीर में प्रतिरोधक क्षमता में व्यापक रुप से बढ़ोतरी होती है। इस मौके पर वरिष्ठ समाज सेवी मनोज जायसवाल, पवन कुमार द्विवेदी, पुजारी दीनदयाल यादव, गुलाब यादव, सुभाष यादव, सुरेंद्र यादव, सचिन यादव, विकास ग्राम प्रधान महेंद्र यादव, राधेश्याम बर्मा,अर्जुन यादव, सोमनाथ, अनिल कुमार, शिवानंद, थाना राजेसुल्तानपुर की पुलिस सहित मंदिर के पुजारी व सहयोगी कार्यकर्ता आदि लोग मौजूद रहे।