जलालपुर अंबेडकरनगर। दशकों पहले बनी पिचमार्ग टूट कर गड्ढों में बदल चुकी है।कुछ मार्ग पर कंक्रीट और तारकोल का निशान तक खत्म हो चुका है। पिचमार्ग निर्माण के लिए ग्रामीणों ने कई बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर मांग की। नया बजट आने पर पिच मार्ग का निर्माण किए जाने की विभाग ने रिपोर्ट भी लगा दिया है।इसके बावजूद इन सड़कों का निर्माण नही किया गया।इस बड़े बड़े गड्ढों में तब्दील सड़क से आवागमन करना लोगो की मजबूरी बन गया है।विदित हो कि 2005 से 2008 के दौरान मालीपुर गांधी आश्रम भवन से टूटहवा दलित आबादी तक,मालीपुर सुरहूरपुर मुख्य मार्ग के जफरपुर मुर्गजार राजभर बस्ती से रूधौली माफी तक,जलालपुर सुरहूरपुर मार्ग से भड़भडपुर तक, लवइया प्रतापपुर से पिंडोरिया माइनर तक, पिंडोरिया चौराहा से दुल्हूपुर मार्ग तक, कर्बला बाजार से लेकर नहर के किनारे किनारे बदीपुर तक, भियांव सीएचसी से लेकर हाफिजपुर चौराहे तक, मंजीरा माइनर से सिहोरिया नहर टेल तक, निमटीनी मोड़ से कौड़ाही बाजार तक, अंबरपुर से शिवपाल गांव तक, जल्दीपुर माइनर से लेकर कसदहा मोड तक, सोहगुपुर गांव से लेकर शिवपाल इंटर कॉलेज तक समेत अन्य दर्जनों सड़के पूरी तरह टूट कर गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। रूधौली माफी के प्रधान मनोज तिवारी,मालीपुर के धीरेन्द्र यादव, मरहरा के राजेश तिवारी,शिवपाल के नीरज विश्वकर्मा आदि ने कई बार इन सड़कों के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज किया।जवाब में पीडब्ल्यूडी ने बजट मिलने के बाद सड़क निर्माण की आख्या लगाई।किंतु बीते 3 वर्ष से इन सड़कों का निर्माण नहीं किया गया। सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। इस पर चलना जान जोखिम में डालने जैसा है।इसी टूटी सड़क से आवागमन लोगो की मजबूरी बन गया है।अवर अभियंता अमितेश ने बताया कि बजट की मांग की गई है जैसे-जैसे बजट उपलब्ध हो रहा है उसी अनुसार सड़कों की मरम्मत कराई जा रही है।इसमें कुछ ऐसी सड़क है जो जिला पंचायत आदि द्वारा निर्मित कराई गई थी।उनका हैंड ओवर विभाग द्वारा नही किया गया है।