अंबेडकर नगर। जिलाधिकारी अविनाश सिंह द्वारा चीनी मिल अकबरपुर के कांटा एवं डोंगा की विधिवत् पूजा-पाठ कर चीनी मिल में गन्ना पेराई कार्य का शुभारम्भ किया गया। गुरूवार को चीनी मिल अकबरपुर में अखण्ड रामायण पाठ आयोजन किया गया एवं शुक्रवार को अखण्ड रामायण पाठ का समापन करते हुए गन्ना पेराई कार्य का शुभारंभ किया गया। जिलाधिकारी द्वारा प्रेस वार्ता करते हुये कहा गया कि चीनी मिल अकबरपुर द्वारा समय से गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है जिससे क्षेत्र के कृषक आर्थिक रूप से समृद्ध हुये है। उन्होंने कृषकों से अपील करते हुये कहा कि कृषक अधिक से अधिक क्षेत्रफल में गन्ना बुवाई कर गन्ना उत्पादन बढ़ायें तथा अपना समस्त गन्ना चीनी मिल में आपूर्ति कर गन्ना फसल का उचित दाम पायें । इसके अतिरिक्त सड़क सुरक्षा हेतु यातायात नियमों का पालन करें। चीनी मिल के मुख्य महाप्रबन्धक कृष्ण कुमार बाजपेई द्वारा बताया गया कि चीनी मिल अकबरपुर जिले के विकास के लिये अपने क्षेत्र के समस्त गन्ना खरीद एंव त्वरित गन्ना मूल्य भुगतान हेतु कटिबद्ध है। गत वर्ष चीनी मिल द्वारा 102.46 ला०कु० गन्ने की पेराई की गयी थी। इस वर्ष 1 करोड़ 14 लाख कु० गन्ना पेराई का लक्ष्य रखा गया है। चीनी मिल गत पेराई सत्र के सापेक्ष इस वर्ष जल्दी चलाई जा रही है ताकि कृषकों का पेड़ी गन्ना समय से चीनी मिल में आपूर्ति हो सके। उन्होने कृषकों से अपील करते हुये कहा कि कृषक भाई चीनी मिल को जड़-पत्ती-अगौला रहित, साफ-सुथरा एवं ताजा गन्ना ही आपूर्ति करें। चीनी मिल द्वारा सूखे, बासी, खराब व रेड राट से ग्रसित गन्ने की खरीद नहीं की जायेगी। किसान भाई अपना समस्त गन्ना चीनी मिल में आपूर्ति कर अपने कीमती गन्ने का उचित दाम पायें। उन्होने बताया कि जारी पर्ची की प्रजाति के अनुसार ही गन्ना लायें अगेती गन्ना आपूर्ति हेतु जारी पर्ची पर केवल अगेती गन्ने की ही खरीद की जायेगी।महाप्रबन्धक (गन्ना) रविन्द्र सिंह से हुई वार्ता में उन्होंने बताया कि बीते 15 नवम्बर से वाह्य क्रय केन्द्रों पर एवं गुरूवार से चीनी मिलगेट पर गन्ना खरीद कार्य शुरू कर दिया गया है। किसान बिना पर्ची प्राप्त हुये गन्ना कदापि न काटे, क्योकि गन्ना कटने के बाद उसके वजन में निरन्नतर कमी आती है तथा पर्ची के अभाव में कृषको को मजबूर होकर उसे गन्ना माफियाओं के हाथ कम मूल्य पर बेचना पड़ता है, जिस कारण कृषको को काफी आर्थिक हानि उठानी पड़ती है। किसान गन्ना आपूर्ति हेतु एस०एम०एस० मिलने पर ही गन्ना कटाई करें, गन्ना बंधन हेतु सूखी पत्तियां अथवा धान के पुआल का प्रयोग करें तथा गन्ने की कटाई व छिलाई करते समय गन्ने को बीच से न काटें व वजन में कभी से होने वाले आर्थिक नुकसान से बचे। इसके अतिरिक्त उन्होने जानकारी देते हुये बताया कि इस बार चीनी मिलगेट पर टिपलर की 27 कुo की पर्ची पर 65 कुo. 45 कु0 की पर्ची पर 95 कु0 एवं 63 कु0 की पर्ची पर 125 कु0 हाड़ा (मय गन्ना लदी ट्रेक्टर-ट्राली) होगा तथा बाह्य क्रय केन्द्र पर 36 कुo की पर्ची पर 60 कु0 का हाड़ा (मय गन्ना लदी ट्राली) इसलिये तय तौल वजन के आधार पर ही गन्ना आपूर्ति करें अतिरिक्त गन्ना वापस कर दिया जायेगा। बैठक के दौरान क्षेत्राधिकारी भीटी, जिला गन्ना अधिकारी अम्बेडकरनगर, सचिव गन्ना समिति अकबरपुर, कृष्ण कुमार बाजपेई मुख्य महाप्रबन्धक, आर०एस० प्रसाद महाप्रबन्धक (वाणिज्य), अरुण कुमार सिंह महाप्रबन्धक (यांत्रिक),रविन्द्र सिंह – महाप्रबन्धक (गन्ना) सुनील तिवारी सहा० महाप्रबन्धक (उत्पादन), जीतेन्द्र कुमार सिंह- उप महाप्रबन्धक (कार्मिक एंव प्रशा०), अरविन्द सिंह सहा० महाप्रबन्धक (गन्ना) सत्यवीर सिंह सहा० महाप्रबन्धक (गन्ना) सहित चीनी मिल के समस्त अधिकारी, कर्मचारी एंव किसान बंधु उपस्थित रहें।