◆ कौड़ाही में रामलीला मंचन का फीता काट कर नगर पंचायत अध्यक्ष ने किया शुभारंभ
अंबेडकर नगर। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु की लीलाओं के मंचन का उद्देश्य मनुष्य को प्रेम व सत्य राह पर चलने की सीख देना है। रामलीला मंचन में भगवान राम जहां मर्यादा पुरूषोत्तम है, तो वही मां सीता की पवित्रता दर्शायी गई है। लक्ष्मण और भरत दोनों ही का अपने भाई के प्रति अथाह प्रेम दिखाया गया है। रामायण के हर एक चरित्र से कुछ न कुछ शिक्षा अवश्य प्राप्त होती है। यदि व्यक्ति रामायण को पूजने के साथ उससे मिलने वाली सीख को अपने जीवन में अनुसरण करे तो वह एक सफल जीवन व्यतीत कर सकता है। रामायण की कुछ ऐसी ही महत्वपूर्ण बातें हैं। जिनमें जीवन का सार छिपा है। उक्त बातें अशरफ पुर किछौछा नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता ने आलापुर विधानसभा के सार्वजनिक श्री रामलीला समिति कौड़ाही द्वारा आयोजित रामलीला मंचन का फीता काट कर शुभारंभ करते हुए बातौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने रामलीला मंचन देखने आए प्रभु श्री राम के भक्तों से प्रभु श्री राम के आदर्श पर चलने की अपील भी की। कौड़ाही पहुंचने पर नगर पंचायत अध्यक्ष का अध्यक्ष भोला तिवारी, उपाध्यक्ष दिनेश गौड़, कोषाध्यक्ष महेश गौड़ ,फागु गौड़, श्रीपाल यादव ,लव मोदनवाल ,चंद्रेश अग्रहरी ,घनश्याम अग्रहरि, जियालाल, रामप्रसाद चौरसिया, कन्हैया चौरसिया, अर्जुन गुप्ता, चंद्रेश विश्वकर्मा सहित रामलीला समिति के कई अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने माला पहनकर स्वागत किया। श्री रामलीला समिति के संरक्षण दिलीप सोनी ने बताया है कि विगत कई वर्षों से कौड़ाही बाजार में रामलीला का मंचन होता चला रहा है।जो इस बार शुक्रवार को शुरू हुआ है।