अंबेडकर नगर। भ्रष्टाचार में संलिप्त साधन सहकारी समिति अन्नावा के सचिव व कॉपरेटिव बैंक मैनेजर के विरुद्ध जालसाजी कर रूपए निकालने के मामले में अंततः अहिरौली पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। साधन सहकारी समिति अन्नावा के अध्यक्ष ने फर्जी हस्ताक्षर कर कूटरचित ढंग से रूपया निकालने का आरोप लगाया था। मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरु कर दी गईं हैं।
साधन सहकारी समिति के अध्यक्ष संगम पाण्डेय द्वारा प्रार्थना पत्र देकर जिला अधिकारी से करवाई की मांग की गई थी जिसमें जिला अधिकारी के हस्तक्षेप व मामला मीडिया में हाईलाइट होने के कारण मुकदमा दर्ज किया गया हैं।
गौरतलब है कि अहिरौली थाना क्षेत्र अंतर्गत अन्नाव बाजार में स्थित साधन सरकारी समिति के अध्यक्ष संगम पाण्डेय द्वारा अपने ही साधन सहकारी समिति के सचिव चंद्रिका प्रसाद तिवारी द्वारा चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर रुपया निकालने के संबंध में जिला अधिकारी को शिकायत पत्र देकर फर्जी तरीके से हुए लेन देन के मामले में जांच करवाकर कार्रवाई की मांग की थी। साधन सहकारी समित के अध्यक्ष संगम पाण्डेय द्वारा बताया गया था कि साधन सहकारी समिति अन्नावा का बैंक शाखा जिला सहकारी बैंक लिमिटेड अयोध्या शाखा कटेहरी मे संचालित है। सचिन चंद्रिका प्रसाद तिवारी द्वारा बैंक मैनेजर की मिली भगत बैंक खाता संख्या002013850000005 एव खाता संख्या 00205110000005 से मेरा फर्जी हस्ताक्षर करके बैंक से पैसा निकाल लिया गया है तथा कार्यालय पंजिका( चेक रजिस्टर) पर भी मेरा फर्जी हस्ताक्षर किया गया है यह जानकारी बैंक पहुंचने के बाद मुझे पता चला है।
साधन सहकारी समिति के खाते से निकाले गए लाखों रुपए के मामले में बैंक मैनेजर की भूमिका अहम बताई जा रही है। सचिव और बैंक मैनेजर की मिलीभगत से ही अध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षर से पैसा निकलना संभव हुआ हैं। मामले में बैंक मैनेजर की भूमिका अहम तब नजर आईं जब सचिव और अध्यक्ष को बैंक मैनेजर बैंक परिसर में बैठाकर समझौता कराने का प्रयास कर रहे थे,जिसकी बीडीओ भी खूब सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। वायरल बीडीओ में सचिव ने स्वयं फर्जी हस्ताक्षर की बात बोल कर माफी मांगते हुए नजर आ रहे थे।