अयोध्या। उप गन्ना आयुक्त अयोध्या मण्डल अयोध्या ने बताया कि गन्ना खेती में तकनीकी सुधार तथा गन्ना कृषकों को अपनी उपज बढ़ाने में आने वाली कठिनाइयों के त्वरित समाधान एवं जागरूकता बढ़ाकर प्रति इकाई अधिक गन्ना उत्पादन प्राप्त करने एवं क्षेत्रीय विविधता में कमी लाने हेतु सहकारी गन्ना विकास समितियों एवं चीनी मिलों में गन्ना क्लीनिक एवं कृषि निवेश वितरण केन्द्र की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है।
उप गन्ना आयुक्त ने आगे बताया कि गन्ना क्लीनिक एवं कृषि निवेश वितरण केन्द्र की स्थापना प्रत्येक गन्ना समिति के मुख्यालय के मुख्य खाद गोदाम तथा चीनी मिलों के गेट एवं बाहय सेवा केन्द्रों पर की जा रही है। गन्ना क्लीनिक प्रत्येक कार्य दिवस में प्रातः 10.00 बजे से सायं 05ः00 बजे तक खुली रहेगी। गन्ना क्लीनिक पर कम से कम एक गन्ना पर्यवेक्षक अथवा चीनी मिल कर्मी की नियुक्ति की जायेगी, जो कि कृषकों को गन्ना खेती से जुड़ी तकनीकी जानकारी उपलब्ध करायेंगें। गन्ना क्लीनिक पर एक कृषक रजिस्टर रखा जायेगा जिसमें क्लीनिक में आने वाले कृषकों का नाम, पता, मोबाईल नम्बर एवं समस्या का संकलित विवरण इत्यादि संकलित किया जायेगा। उप गन्ना आयुक्त ने यह भी बताया कि गन्ना क्लीनिक के माध्यम से क्षेत्र के गन्ना किसानों को मृदा परीक्षण एवं स्वायल हेल्थ कार्ड के आधार पर उर्वरकों के उपयोग के फायदे, बीज एवं भूमि उपचार के लाभ, प्रमुख रोग-कीटों की पहचान के लक्षण एवं उनके नियंत्रण के उपाय फार्म मशीनरी बैंक पर उपलब्ध यंत्रों एवं उनके उपयोग हेतु निर्धारित किराया दर तथा उपयोग से लाभ आदि की जानकारी एवं कृषि निवेशों यथा उर्वरक कीटनाशक आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जायेगी। गन्ना क्लीनिक पर विभागीय योजनाओं पुरस्कार योजनाओं, रोग-कीटों के उपचार गन्ने की उन्नत किस्मों एवं बीज की उपलब्धता, गन्ना खेती की प्रचलित विधियों आदि के सम्बन्ध में अद्यतन जानकारी सम्बन्धी प्रचार सामग्री एवं फ्लैक्सी/पोस्टर के माध्यम से उपलब्ध करायी जायेगी। गन्ना क्लीनिक पर कृषकों के मृदा नमूने भी संकलित किये जायेंगे तथा इन्हें शोध केन्द्र/चीनी मिल के निकटवर्ती गृदा परीक्षण लैब अथवा इफको की मृदा परीक्षण लैब में टेस्ट कराकर टेस्ट रिपोर्ट/स्वायल हेल्थ कार्ड कृषकों को उपलब्ध कराये जायेंगे।