अम्बेडकर नगर। पिछले सप्ताह आज़मगढ़ स्थित एक निजी इंटर कॉलेज में मोबाइल प्रकरण में छात्रा की मौत औरकि इस बाबत पुलिस द्वारा अभिभावकों के दबाव में प्रधानाचार्या व कक्षाध्यापक की गिरफ्तारियां अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं।यह बात राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,अयोध्यामण्डल, माध्यमिक संवर्ग के अध्यक्ष उदयराज मिश्र ने कही।श्री मिश्र उक्त प्रकरण के सम्बंध में पत्रकारों के समूह द्वारा पूँछे गए सवालों का जबाब दे रहे थे।
ज्ञातव्य है कि विद्यालयों में अनुशासन की स्थापना औरकि बेहतर शिक्षण-अधिगम हेतु विद्यार्थियों द्वारा मोबाइल लेकर पढ़ने आना आमतौर पर प्रतिबंधित होता है।किंतु इसके बावजूद कतिपय अभिभावक अपने पाल्यों को शौकिया मोबाइल देते हुए कभी भी उनकी सम्यक निगरानी नहीं करते है।यही कारण है कि विद्यार्थियों द्वारा अक्सर विद्यालयों में मोबाइल लेकर आने की घटनाओं में अकल्पनीय वृद्धि देखी जा रही है।जिसके कारण विद्यालयी सुचिता और अनुशासन को कई बार विशिष्ट खतरा उत्तपन्न होता रहता है।दिलचस्प बात यह है कि आज़मगढ़ की भी घटना कुछ इसी ही प्रकार की है।जिसके चलते रूटीन चेकिंग में एक छात्रा के पास मोबाइल मिलने पर कक्षाध्यापक द्वारा उसके अभिभावकों को ससमय सूचित करने के उपरांत किसी कारणवश उक्त छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी औरकि बाद में अभिभावकों तथा लोगों के होहल्ले को शांत करने हेतु पुलिस द्वारा निर्दोष कक्षाध्यापक व प्रधानाचार्य को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया था।ज्ञातव्य हो कि उक्त श्री मिश्र स्वयम चिल्ड्रन कॉलेज के वर्षों तक अभिभावक भी रहे हैं।
इस बाबत श्री मिश्र ने पुलिस से निष्पक्ष जांच करते हुए वर्क आउट किये जाने और अभिभावकों से भी संयम व धैर्य धारण करने की अपील की है।उन्होंने अभिभावकों से भी अनुरोध किया है कि विद्यालयी वातावरण के सृजन हेतु अपने पाल्यों की सतत निगरानी करते हुए उन्हें मोबाइल लेकर कॉलेज आने से आगाह करें।