अयोध्या। मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि भव्य श्री राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या आस्था क्षेत्र को सर्व समावेशी वैश्विक पर्यटन स्थली के रूप में विकसित करने तथा हरित ऊर्जा, प्रदूषण मुक्त गतिशीलता और इको फ्रेंड्ली सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए बनाए जाने वाले इस उपनगर में मंदिर को जोड़ने वाले प्रमुख पथों जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, रामपथ का निर्माण कराया जा रहा है।
इसके साथ ही धर्मपथ, पंच कोसी, चौदह कोसी परिक्रमा मार्गो के सौन्दरीकरण की प्रक्रिया प्रारम्भ है। उन्होंने बताया कि इन पथों को आकर्षक बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे है इसी क्रम में वन विभाग द्वारा 566 मीटर लम्बे जन्मभूमि पथ पर पीले रंग के फूलो वाले ताइबेबुया अर्जेंसिया व गुलाबी रंग के फूलो वाले ताइबेबुया रोजिया के लगभग 184 पौधे लगाए जाएंगे उक्त पौधे सजावटी पैटर्न का अनुपालन करते हुए पथ के उभय पक्षों में प्रत्येक 06-06 मीटर के चौनेज में क्रमशः रोपित किये जाएंगे। मण्डलायुक्त ने बताया कि इसी प्रकार लगभग 13 किमी लम्बे रामपथ में पथ के दोनों तरफ फुटपाथ के साथ 500-500 मीटर के चौनेज में क्रमशः ताइबेबुया अर्जेंसिया (पीले रंग), ताइबेबुया रोजिया (गुलाबी), ताइबेबुया अर्जेंसिया (पीले रंग), गुलमोहर (लाल) व चोरिसिया स्पेश्योसा (गुलाबी) के सजावटी पैटर्न में चौनेज वाइस लगभग 4750 पौधे लगाए जाएंगे जिससे पथ देखने में आकर्षक तथा एकरूपता के एहसास कराएंगे और इस पथ के मीडियम में 01-01 मीटर के चौनेज में क्रमशः बोगनवेलिया-यूफोरबिया -बोगनवेलिया तथा हर 05 मीटर पर फॉक्सटेल पॉम के वृक्ष रोपित किये जाएंगे। पथ की मीडियम में लगभग 6 हजार पौधे रोपित किये जायेंगे। इसी पैटर्न का अनुसरण करते हुए धर्मपथ को भी सजाया जायेगा, जिसमें फुटपाथ पर लगभग 725 पौधे व मीडियम में 6 हजार पौधे रोपित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि इन सभी पथों में लगने वाले पौधों की सुरक्षा के लिए लोहे के ट्री-गार्ड लगाये जायेंगे जिनमें भगवान श्रीराम के नाम को भी उकेरा एवं सजाया जायेगा। मण्डलायुक्त ने बताया कि इसके अलावा अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग 22 करोड़ की लागत से ऋतु आधारित फूलों से इन सभी पथों को सजाया जायेगा।