जलालपुर, अंबेडकर नगर। वाजिदपुर मे डा०अम्बेडकर प्रतिमा पर कालिख पोतने को लेकर दलित और पुलिस के बीच हुए विवाद को लेकर आज भी तमाम दलित परिवार के महिला व पुरुष पुलिस के भय से गांव की तरफ रुख नही कर रहे हैं तथा आज भी उनमें पुलिस का खौफ बना हुआ है ।
बताते चलें कि जलालपुर नगर क्षेत्र के वाजिदपुर में छः नवंबर को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के ऊपर कालिख पोते जाने को लेकर दलित व पुलिस में मामला गरमा गया था। तत्पश्चात पुलिस ने उन पर लाठियां भाजी जिसको लेकर आज भी वाजिदपुर के तमाम महिला व पुरुष भागने को विवश है,
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी वह भीम आर्मी के संस्थापक ने भी घटनास्थल का दौरा किया था तत्पश्चात छः नवंबर को हुए विवाद में दर्जनों अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था वहीं भीम आर्मी संस्थापक के आने के बावजूद भी पुलिस ने निखिल राव, प्रवीण यादव समेत ढाई सौ से 300 के लगभग अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था,
कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुलिस के डर से आज भी वाजिदपुर नगर के दर्जनों महिला-पुरुष फरार चल रहे हैं जो अपने घर आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। ऐसे में लोगों को भय सता रहा है कि आने के बाद कहीं पुलिस कार्यवाही न शुरू कर दे।
फिलहाल इस मामले को लेकर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के विवादित स्थान पर शांति व्यवस्था पूर्ण रूप से कायम है और पुलिस प्रशासन का पहरा भी चल रहा है ताकि इस मुद्दे को लेकर कोई राजनीति न कर सके। फिलहाल पुलिस पूर्ण रूप से एक्शन में है कि अगर कोई कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करता है तो उसके साथ सख्त कार्रवाई की जाएगी।